देवबन्द. देशभर में कोरोना वायरस के मामले में चर्चा में आया दिल्ली स्थित तब्लीगी मरकज़ हज़रत निज़ामुद्दीन को लेकर इस्लामिक शिक्षा के मुख्य केंद्र दारुल उलूम देवबंद ने बड़ा बयान दिया है। दारुल उलूम देवबन्द ने मरकज़ का समर्थन किया है। दारुल उलूम देवबंद के मौहतमिम (चांसलर) कोरोना की लड़ाई को पूरी इंसानियत को बचाने की लड़ाई बताया। साथ ही कोरोना संक्रमण फैलने के बाद एक राज्य से दूसरे राज्य की यात्रा करने वाले लोगों से स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार स्वास्थ्य की जांच ज़रूर कराने की अपील की है। दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मुफ़्ती अबुल क़ासिम नौमानी ने देश में कोरोना वायरस के खिलाफ छिड़ी जंग के बीच निजामुद्दीन मरकज प्रकरण पर मीडिया द्वारा हल्ला मचाने पर कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि कोरोना की लड़ाई किसी विशेष वर्ग या धर्म की नहीं, बल्कि पूरी इंसानियत की लड़ाई है। इसे धार्मिक रंग देकर कमज़ोर करने की कोशिश की जा रही है। गौरतलब है कि इस पहले जमीयत उलेमा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने भी मरकज़ निज़ामुद्दीन का समर्थन किया था।
यूपी के इस जिले में कोरोना के 6 मरीज मिलने के बाद 5 लाख 49 हजार लोगों की निगरानी शुरू
मौलाना ने यह भी स्पष्ट किया कि तब्लीगी जमात देवबंदी विचारधारा वाली जमात है। मौलाना नौमानी ने अपील करते हुए कहा कि जिन लोगों ने कोरोना संक्रमण फैलने के बाद एक राज्य से दूसरे राज्य या फिर एक जिले से दूसरे जिले की यात्रा की है और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई शिकायत है तो उन्हें तुरंत स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करते हुए अपनी जांच करा लेनी चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार के शक-ओ-शुबह की गुंजाइश ना रहे।