बलराज डूंगर ने एक दिन पहले शामली में दारुल उलूम को निशाना बनाते हुए विवादित बयान दिया था कि देवबंद दारुल आतंकवाद का अड्डा है अगर देवबंद दारुल उलूम पर ताला लगा दिया जाए तो हलाला लव जेहाद जैसी समस्याएं खत्म हो जाएंगी। उनके इस बयान पर देवबंदी उलेमा ने कहा कि आरएसएस, बीजेपी या बजरंग दल के नेता यह विवादित बयान दे रहे हैं। इनके पास अब कोई मुद्दा नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि ऐसे फिरका परस्त लोग जो देश का माहौल खराब करना चाह रहे हैं ये राम जी के वंशज हैं या रावण के वंशज हैं। इन्हें अपने बयानों से माफी मांगनी चाहिए।
इसके साथ ही मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि इनके पुराने तरीके नाकाम हो चुके हैं, राम मंदिर इनका मुद्दा था उससे पूरी तरह से नाकाम हो चुके हैं, अब इनके पास कोई मुद्दा सामने नजर नहीं आ रहा है तो दारुल उलूम जैसे अजीम इदारे को निशाना बनाया जा रहा है और उसको आतंकवादियों से जोड़ा जा रहा है।