भाजपा ने कैराना से मृगांका नहीं गंगाेह विधायक प्रदीप चाैधरी काे दिया टिकट, जानिए वजह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बेहट विधान सभा क्षेत्र में आयाेजित नामांकन रैली काे संबाेधित कर रहे थे। इन्हाेंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने इन सभी की लूट खसाेट काे बंद कर दिया है, इसलिए सारे एक साथ मिल गए हैं। मुख्यमंत्री ने ‘चाेर-चाेर माैसेरे भाई’ मुहावरा भी दाेहराया आैर तंज भरे अंदाज में कहा कि, देश में प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव हाे रहे हैं, अगर आप इनसे ( विराेधी दलाें से) पूछेंगे कि आपका प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार काैन है ताे नहीं बताएंगे ? बाेले अगर आप राहुल गांधी से पूछेंगे कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं काैन हैं ताे वह कहेंगे कि मैं, ‘बहनजी’ से पूछकर बताता हूं। अगर आप अखिलेश यादव से पूछेंगे कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार काैन हाेगा ? मुलायम सिंह हाेंगे क्या ? ताे वह कहेंगे कि मैं ताे उन्हे पहले ही पार्टी से निकाल चुका हूं, अब ताे मायावती ही मेरी नेता हैं। इस तंज भरे अंदाज में मुख्यमंत्री ने कहा कि, ये अपने नेता का नाम इसलिए नहीं बताएंगे क्याेंकि इनके पास नेता है ही नहीं।
जानिए वायरल हाे रही खबर ”वाेट नहीं दिया ताे एकाउंट से कटेंगे 350” का सच मतदताआें काे यह गणित बता गए याेगी तंज भरे से अंदाज में बाेल रहे सीएम याेगी अचानक गंभीर हाेंगे गए आैर बाेले कि आप सभी लाेग पढ़े लिखे हैं। सीधा सी बात है कि चुनाव प्रधानमंत्री पद के लिए 543 लाेकसभा सीट के लिए हाे रहा है। 543 का मतलब कम से कम 272 सीट जाे जीतेगा उसकी सरकार बनेंगी। 272 सीट पर अगर चुनाव का सपना देखने वाली बसपा आैर सपा मिलकर करीब 37 सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। एेसे में 37 सीट पर चुनाव लड़कर अगर सपा-बसपा प्रधानमंत्री का सपना देख रहे हैं ताे यह मुंगेरी लाल का हसीन सपना ही है। इस दाैरान मुख्यमंत्री ने जनता के साथ इस संवाद का जाेड़ते हुए मुंगेरी लाल के हसीन सपने जनता से दाेहराया।