Budget 2024 केंद्र सरकार के बजट को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने छलावा बताया है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह के प्रावधान बजट में किए गए हैं उनके अनुसार कोई बड़ी कंपनी ही किसानों के नाम पर पैसा ले जाएगी। राकेश टिकट ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि बजट में किसानों के लिए कोई सीधा प्रावधान नहीं किया गया है, जिस तरह से कहा जा रहा है कि हम अब किसानों को जैविक खेती सिखाएंगे लेकिन इससे कोई फायदा नहीं होगा।
किसानों के नाम पर कंपनियां ले जाएंगी लाभ (Budget 2024 )
कोई बड़ी कंपनी आएगी और बताएगी कि हम आपको जैविक खेती करने के तरीके बताएंगे और पैसे ले जाएगी। उन्होंने कहा कि यह तो किसानों को पहले से ही पता है। अगर सरकार किसानों का हित चाहती है तो किसानों को समय पर उनकी फसलों का भुगतान दें और फसलों का सही मूल्य दिया जाए। इससे ही किसानों का लाभ होगा, जिस तरह से खेती किसानी को डिजिटल करने की बात कही जा रही है इसमें भी कोई फायदा किसानों को नहीं होगा। सरकार किसानों को फ्री पानी दे बिजली कनेक्शन में छूट दे और उन्हें सीधे डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ दें।
कृषि वैज्ञानिकों के लिए बढ़ाया जाए बजट ( Budget 2024 )
कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए बजट बढ़ाया जाए ताकि वैज्ञानिक बेहतर परीक्षण कर सकें और अच्छे बीज उगा सकें। राकेश टिकैत ने कहा कि जिस तरह से सरकार ने बजट बनाया है उसमें किसानों का कोई लाभ नहीं दिख रहा, हो सकता है कि यह बजट उद्यमियों के लिए बड़ी कंपनियों के लिए लाभदायक हो लेकिन इसमें किसानों का कोई हित होता हुआ नहीं दिख रहा है।
भूमिहीन किसानों पर भी ध्यान दें सरकार
राकेश टिकैत ने कहा कि जो भूमिहीन किसान हैं उनके लिए बजट में कुछ भी नहीं रखा गया है। जो महिलाएं पशुपालक हैं और दूध उत्पादन करती हैं उनके पास जमीन नहीं है लेकिन वह भी एक तरह से किसान ही हैं। इसी तरह से जो किसान मजदूर हैं जो छोटे लोग हैं किसानों के साथ काम कर रहे हैं वह भी किसान हैं लेकिन उनके लिए भी बजट में कोई प्रावधान नहीं रखा गया है।