मौलाना मदनी ने कहा कि कांग्रेस ने सांप्रदायिक संगठनों पर प्रतिबंध की यही नीति आजादी के बाद अपनाई गई होती तो देश में यह स्थिति नहीं होती। महात्मा गांधी की नृशंस हत्या धर्मनिरपेक्षता की हत्या के बराबर थी और यहीं से देश में साम्प्रदायिक की जड़ें और गहरी हुईं। कांग्रेस को सांप्रदायिकता के खिलाफ कदम ना उठाने का खामियाजा भुगतना पड़ा। इसी ने उसे सत्ता से हटा दिया गया। मौलाना मदनी ने मुंबई में चल रही जमीयत की तीन दिवसीय बैठक में ये बातें कहीं।
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