₹400000 फिरौती के लिए किया था अपहरण
गागलहेड़ी थाना क्षेत्र के गांव बेरी जमा का रहने वाला अहसान पेशे से राजमिस्त्री है। इसके दो बच्चे हैं। अहसान ने बताया कि अपने चाचा से वह ₹400000 रकम लेना चाहता था। यही सोचकर उसने चाचा के छह वर्षीय बेटे साहिल का अपहरण कर लिया था। साहिल को पतंग दिलाने के बहाने वह गांव से बाहर ले गया और फिर उसने फिरौती की रकम मांगने की योजना बनाई। इससे पहले कि यह अपनी मंशा में सफल हो पाता साहिल की तलाश होने लगी परिजनों के साथ साथ पुलिस भी उसकी तलाश में जुट गई। इसी दौरान अहसान को भी फोन कॉल आने लगी कि वह कहां है। इस पर अहसान ने झूठ बाेल दिया कि वह गांव से दूर हैं आैर उसने साहिल काे नहीं देखा है। अहसान की मानें तो वह डर गया और उसे ऐसा लगने लगा कि अब यह केस खुल जाएगा और साहिल भी परिवार वालों को बता देगा कि वह अहसान के साथ था और इसी दहशत में उसने अपने चचेरे भाई के छह वर्षीय मासूम साहिल को मार डाला।
गागलहेड़ी थाना क्षेत्र के गांव बेरी जमा का रहने वाला अहसान पेशे से राजमिस्त्री है। इसके दो बच्चे हैं। अहसान ने बताया कि अपने चाचा से वह ₹400000 रकम लेना चाहता था। यही सोचकर उसने चाचा के छह वर्षीय बेटे साहिल का अपहरण कर लिया था। साहिल को पतंग दिलाने के बहाने वह गांव से बाहर ले गया और फिर उसने फिरौती की रकम मांगने की योजना बनाई। इससे पहले कि यह अपनी मंशा में सफल हो पाता साहिल की तलाश होने लगी परिजनों के साथ साथ पुलिस भी उसकी तलाश में जुट गई। इसी दौरान अहसान को भी फोन कॉल आने लगी कि वह कहां है। इस पर अहसान ने झूठ बाेल दिया कि वह गांव से दूर हैं आैर उसने साहिल काे नहीं देखा है। अहसान की मानें तो वह डर गया और उसे ऐसा लगने लगा कि अब यह केस खुल जाएगा और साहिल भी परिवार वालों को बता देगा कि वह अहसान के साथ था और इसी दहशत में उसने अपने चचेरे भाई के छह वर्षीय मासूम साहिल को मार डाला।
परिजन सजग होते तो बच जाती बच्चे की जान एक जिम्मेदार मीडिया संस्थान हाेने के नाते हम इस बच्चे की माैत पर दुःख व्यक्त करते है आैर पीड़ित परिवार की संवेदनाआें काे समझते हैं लेकिन इस पूरी घटना में बच्चे की माैत की वजह परिवार वालों की लापरवाही भी एक बड़ा कारण रही । इस घटना से उन सभी लोगों को सबक लेना चाहिए जिनके बच्चे छोटे हैं। अगर आपका बच्चा अचानक गायब हो जाए या घर के आसपास कहीं ना दिखे तो देरी ना करें और तुरंत उसकी तलाश शुरू कर दें। पुलिस को भी तुरंत सूचना देनी चाहिए। इस मामले में परिवार वालों को यह लगता रहा कि उनका बेटा साहिल गांव में ही कहीं खेल रहा होगा और इस बीच हत्यारोपी को काफी समय मिल गया। हम आपको बता दें कि जब अहसान साहिल को लेकर जंगल की ओर जा रहा था तो जंगल में काम कर रहे कुछ लोगों ने अहसान काे देख लिया था और तुरंत इसकी सूचना यूपी 100 को दे दी थी लेकिन परिवार वालों की ओर से पुलिस थाने में कोई भी सूचना दी गई थी, इसलिए पुलिस ने कुछ गांव में पता भी किया कि कहीं से कोई बच्चा गायब तो नहीं है कई थानों में भी वायरलेस कराए गए लेकिन काेई सफलता नहीं मिल सकी। काफी इसके बाद पुलिस ने भी साेच लिया कि शायद किसी ने यूपी 100 पर गलत सूचना दी है। इससे पहले कि इस मामले में पुलिस अपनी पड़ताल खत्म कर करती परिवार वाले थाने पहुंच गए। पहले ताे परिवार वालों को यही लग रहा था कि उनका बच्चा कहीं खेल रहा होगा लेकिन जब कई घंटे बाद भी बच्चे का काेई सुराग नहीं लगा ताे परिवार वालाें ने पुलिस काे सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने नए सिरे से जांच पड़ताल शुरू की लेकिन तब तक काफी देर हाे चुकी थी।
ट्रेन के सामने धक्का देकर की हत्या पकड़े गए हत्याराेपी ने बताया कि उसने साहिल काे चलती ट्रेन के सामने धक्का दे दिया। ट्रेन की बाेगी का फुट स्टैंड साहिल के सिर में लगा आैर ट्रेन की रफ्तार इतनी अधिक थी कि छह वर्षीय साहिल की माैके पर ही माैत हाे गई। ट्रेन के चले जाने के बाद इसने बच्चे के शव काे उठाया आैर पास में ही झाड़ियाें में फेंक दिया।