सागर. शिकायतों पर शिकायतें करने के बाद भी समस्या का हल न होने पर लोगों का अधिकारियों पर भरोसा टूट रहा है और लोग धैर्य खो रहे हैं। जनसुनवाई में एक बार फिर दो आवेदकों ने समस्या का निदान न होने पर आत्महत्या का प्रयास किया। खिमलासा क्षेत्र से आई एक महिला ने कलेक्ट्रेट परिसर में पेड़ पर फंदा लगाकर खुदकुशी की कोशिश करते समय सुरक्षाकर्मियों की नजर उस महिला पर पड़ गई और उसकी जान बच गई। दूसरा मामला कार्यालय के अंदर हुआ जहां एक शिक्षक ने अपने ऊपर मिट्टी का तेल उड़ेल लिया, यहां भी सुरक्षाकर्मी ने शिक्षक को पकड़ लिया। जनसुनवाई में लोगों की यह हरकतें देख मौके पर एसपी विकास शाहवाल भी पहुंच गए और पूरी जनसुनवाई तक कलेक्टर-एसपी बैठे रहे। इसके पहले भी जनसुनवाई में आत्महत्या के प्रयास के 4 मामले सामने आ चुके हैं।
खिमलासा क्षेत्र के बसाहारी गांव निवासी 45 वर्षीय भूरीबाई अहिरवार दोपहर करीब 12 बजे रस्सी लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची। महिला ने सिसकते हुए परिसर में लगे पेड़ से फंदा बनाया और गले में डालने का प्रयास किया, तो वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने दौडकऱ उसे पकड़ लिया। सुरक्षाकर्मी उसे पकडकऱ कलेक्टर के पास पहुंचे, जहां महिला ने बताया कि जमीन पर कब्जा हटाने के लिए वह पिछले 4-5 सालों से राजस्व विभाग के तमाम अधिकारियों के चक्कर लगा चुकी है। जिला से लेकर भोपाल तक शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। महिला ने कहा कि 2001-02 में उसे सरकारी पट्टा मिला था, इस बीच एक महिला ने उसके पति को बहलाकर पट्टे की जमीन अपने नाम करवा ली, पति भी आठ-दस साल से गायब है लेकिन शिकायत पर कार्रवाई नहीं हो रही।