– बोले डीएसपी तो छोटी इकाई
इस शिकायत के साथ एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें यातायात के सूबेदार नजर आ रहे हैं। टोल प्रबंधन ने जब उनसे पूछा कि यह चैकिंग किसके निर्देश पर हो रही है तो उनका कहना था कि यह ओवरलोडिंग की चैकिंग है, तो पीटीआरआई के आदेश से कर रहे हैं, जो ट्रैफिक का हेड होता है। जब यातायात डीएसपी की बात की तो सूबेदार का कहना था कि डीएसपी साहब तो बहुत छोटी इकाई हैं, पीटीआरआई में एडीजी बैठते हैं। टोल प्रबंधन की आपत्ति के बाद सूबेदार ने अन्य जगह पाइंट बनाने की बात कही।– शिकायत में अवैध वसूली के आरोप
सागर-दमोह टोल प्लाजा प्रबंधन ने गुरुवार को पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है, जिसमें अवैध वसूली के आरोप भी लगाए गए हैं। शिकायत में बताया कि हर रोज रात करीब 7 से 11 के बीच में अलग-अलग गैर सरकारी वाहनों से टोल प्लाजा के पास पाइंट लगाकर चैकिंग की जा रही है। पूछने पर उनके मौजूद स्टाफ कभी ओवरलोडिंग तो कभी जीएसटी या स्पीड चैकिंग करने का बोलते हैं। चैकिंग में कुछ प्राइवेट लड़के भी लगे होते हैं। कई बार ऐसा हुआ कि सवाल-जवाब करने पर चैकिंग बंद कर स्टाफ भाग जाता है। टोल प्रबंधन का कहना है कि इस प्रकार की अवैध चैकिंग वाहन चालक परेशान होकर टोल का रूट बदल कर अन्य जगहों से जाने लगे हैं, इससे सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। शिकायत में यातायात के एक टीआई व सूबेदार की जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग की है।– डीएसपी को जांच के निर्देश दिए हैं
टोल प्लाजा प्रबंधन की शिकायत मिली थी। वास्तविक स्थिति क्या है और किस प्रकार की जांच हो रही है, इसको लेकर यातायात डीएसपी को जांच के निर्देश दिए हैं। डॉ. संजीव ऊइके, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक