जिला अस्पताल, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज व सीएससी, पीएससी सेंटरों पर आ रहे सर्दी-खांसी के मरीजों पर भी नजर रखी जा रही रही है। डॉक्टर्स से वायरल इंफेक्शन के मरीजों का डेटा मंगाया जा रहा है। अभी क्षेत्र में एन्फ्लुएंजा, पैराएन्फ्लुएंजा, राइनो, आरएसवी के साथ विगत सप्ताह दमोह से 8 कोरोना वायरस के केस भी सामने आए हैं। एचएमपीवी का एक भी केस सामने नहीं आया है। हालांकि निर्देश हैं कि गंभीर स्थिति के मरीज की एचएमपीवी जांच पुणे की लैब से कराई जाए। एचएमपीवी वायरस बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को प्रभावित करता है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम से मिलते-जुलते हैं, जैसे बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई। डॉ. ज्योति चौहान ने कहा कि वायरस से डरने की कोई जरूरत नहीं है, संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखने और भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचने की सलाह दी है।