स्मार्ट सिटी पीआरओ अंकित दीक्षित ने बताया कि हाल ही में केंद्र सरकार ने सागर शहर को 32 इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी है। शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या भी बढ़ गई है। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शहर में प्रमुख स्थानों पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए प्रस्ताव बनाया जा रहा है। कंपनी को टेंडर दिए जाने पर विचार चल रहा है। इलेक्ट्रिक चार्जिंग पाइंट के लिए अभी शहर में जगह चिंहित नहीं हुई है लेकिन नए आरटीओ के पास बनने वाले ई-बस स्टॉप के लिए वहां चार्जिंग पाइंट की आवश्यकता होगी, लिहाजा नए आरटीओ के पास चार्जिंग स्टेशन बनना तय है।
ई-वाहन चालकों को चार्जिंग पाइंट का इंतजार शहर में चार्जिंग स्टेशन न होने से ई-रिक्शा चालकों की प्रमुख समस्या बैटरी की चार्जिंग की है। सोमेश, किशन कुशवाहा सहित ई-रिक्शा चालकों ने बताया कि शहर में इलेक्ट्रिक वाहन बेचने वाली एजेंसियां वाहनों की बैटरी व चार्जर बदलने में आनाकानी करतीं हैं। शहर में यदि चार्जिंग पाइंट होते, तो उन्हें सहूलियत होती। कई बार चार्जर बदलने के लिए उन्हें भटकना पड़ता है।
जल्द शुरू होगा निजी चार्जिंग स्टेशन शहर में इलेक्ट्रिक दो पहिया और ई-रिक्शा वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कम खर्च में आवागमन की सुविधा के चलते लोग ई-वाहन खरीद रहे हैं। वाहनों की प्रमुख समस्या वाहनों की बैटरी चार्ज को लेकर है। यही समस्या शहर में चार्जिंग स्टेशन की डिमांड बढ़ा रही है। नगर निगम के प्रोजेक्ट में थोड़ा समय लग सकता है लेकिन निजी कंपनियों ने इसमें अवसर खोज लिया है। जिला अस्पताल के सामने मौजूद एक निजी पेट्रोल पंप पर चार्जिंग स्टेशन बनकर तैयार है। यहां अगले दो सप्ताह में इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज होना शुरू हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि यहां 5 मिनट में ई-रिक्शा व दो पहिया वाहनों की बैटरी चार्ज हो जाएगी। इसका शुल्क अभी निर्धारित नहीं किया गया है।
फैक्ट फाइल 500 से अधिक ई-रिक्शा आरटीओ में पंजीकृत। 1200 से अधिक दो पहिया वाहन। 10 से अधिक हो सकते हैं चार्जिंग स्टेशन। 5 साल में 15 हजार वाहन होने की संभावना।
इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा प्रस्ताव बनाया जा रहा है। अभी हम कह सकते हैं कि नए आरटीओ के पास निश्चित रूप से एक चार्जिंग स्टेशन बनाया जाएगा, क्योंकि यहां ई-बस स्टॉप बनना है। शहर में अन्य जगह चार्जिंग स्टेशन के लिए जगह चिंहित की जा रही है।
अंकित दीक्षित, पीआरओ सागर स्मार्ट सिटी