सागर

क्षत्रिय समाज के नेतृत्व को लेकर शुरू हुई राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई

– 1 दिसंबर को लखन सिंह बामोरा को चुना गया था जिला क्षत्रिय महासभा का अध्यक्ष – क्षत्रिय समाज की जिला कोर कमेटी की बैठक में पूर्व में की गई अध्यक्ष की नियुक्ति को शून्य घोषित किया सागर. क्षत्रिय समाज के नेतृत्व को लेकर अब राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़े परिवारों के बीच वर्चस्व की लड़ाई […]

सागरDec 09, 2024 / 06:23 pm

अभिलाष तिवारी

– 1 दिसंबर को लखन सिंह बामोरा को चुना गया था जिला क्षत्रिय महासभा का अध्यक्ष
– क्षत्रिय समाज की जिला कोर कमेटी की बैठक में पूर्व में की गई अध्यक्ष की नियुक्ति को शून्य घोषित किया

सागर. क्षत्रिय समाज के नेतृत्व को लेकर अब राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़े परिवारों के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई है। 1 नवंबर को जिला क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष के पद पर सर्वसम्मति से पूर्व गृहमंत्री सह खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह के भतीजे लखन सिंह बामोरा को नियुक्त किया गया था, लेकिन रविवार को क्षत्रिय समाज की जिला कोर कमेटी की एक अन्य बैठक तहसीली स्थित जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के निवास पर आयोजित हुई, जिसमें पूर्व में की गई क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष की नियुक्ति शून्य घोषित की गई। बीते एक सप्ताह में सागर जिले की क्षत्रिय समाज की राजनीति में बड़ा घटनाक्रम हुआ है।

शनिवार की बैठक में यह हुआ

क्षत्रिय समाज की जिला कोर कमेटी की ओर से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बीते दिनों जिले के कतिपय राजनीतिक परिवार ने दाल वाटी के नाम पर क्षत्रिय समाज के कुछ लोगों को एक निजी होटल में आमंत्रित किया और आनन-फानन में राजनीतिक परिवार ने अपने भतीजे के नाम पर उपस्थित क्षत्रिय समाज के सामने एक लाइन का प्रस्ताव लेकर अध्यक्ष का नाम घोषित कर दिया, जिससे सागर जिले के संपूर्ण क्षत्रिय समाज में असंतोष का वातावरण बना है। इसी मामले को लेकर जिले के वरिष्ठ क्षत्रिय समाज के लोगों ने रविवार को तहसील स्थित जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत के निवास पर एक बैठक की, जिसकी अध्यक्षता क्षत्रिय समाज के जिला निर्वाचन अधिकारी कृष्णा सिंह महुआखेड़ा ने की। बैठक में क्षत्रिय समाज के वर्तमान अध्यक्ष हरिराम सिंह कैथोरा भी उपस्थित रहे। बैठक में कहा गया कि बिना वर्तमान अध्यक्ष और निर्वाचन अधिकारी की सहमति व जानकारी के यह घोषणा पूर्णत: अवैधानिक है। शीघ्र ही जिले के क्षत्रिय समाज का एक महाअधिवेशन आयोजित किया जाएगा, जिसमें अध्यक्ष पद के लिए सभी को मौका दिया जाएगा। क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष का पद किसी बड़े राजनीतिक परिवार से न हो क्योंकि बड़े राजनीतिक परिवार समाज का उपयोग अपने निजी हित में करते हैं। जब तक क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष का चुनाव संपन्न नहीं हो जाता है, तब तक वर्तमान अध्यक्ष हरिराम सिंह कैथोरा कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में कार्य करते रहेंगे। बैठक में प्रमुख रूप से राजेन्द्र सिंह मोकलपुर, एड. अनिल सिंह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य नर्वदा सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत, पूर्व जिला पंचायत सदसय अवध किशोर बेरखेरी, पूर्व जनपद अध्यक्ष गोविंद सिंह मालथौन, शिवराज सिंह छापरी, अमर सिंह डाबरी, डी.एस.मासाब देवरी, पूर्व जनपद अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह समेत अन्य शामिल रहे।

इधर आज सौंपा जाएगा कलेक्टर को ज्ञापन

सागर में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा की स्थापना के स्वीकृत कार्य के शीघ्र क्रियान्वयन की मांग को लेकर जिले भर क्षत्रिय महासभा के सदस्य सोमवार की दोपहर 12 बजे कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे। जिला क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष व संरक्षक मंडल ने जिले भर से क्षत्रिय समाज के सदस्यों को सागर खेल परिसर में एकत्रित होने की अपील की है। जिला क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष लखन सिंह बामोरा ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विश्व इतिहास में वीरता और त्याग की मिसाल करने और मुगलों से जीवन पर्यंत लोहा लेने वाले महापुरुष महाराणा प्रताप की प्रतिमा की स्थापना में इतना विलंब हो रहा है। क्षत्रिय समाज इस पवित्र उद्देश्य में हो रहे विलंब से क्षुब्ध है। शनिवार को आयोजित हुई बैठक के मामले में पत्रिका से बात कहते हुए लखन सिंह बामोरा ने कहा कि अभी मुझे इसकी जानकारी नहीं मिली है। सोमवार को इस मामले में पक्ष रखूंगा।

Hindi News / Sagar / क्षत्रिय समाज के नेतृत्व को लेकर शुरू हुई राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.