सागर. देव उठनी एकादशी 12 नवंबर से शादी का सीजन एक बार फिर जोर-शोर से शुरू हो जाएगा। देवोत्थान एकादशी के बाद से शुभ मुहूर्त के चलते नवंबर और दिसंबर में शादियों की धूम रहेगी। इस दौरान शहर के 50 शादी गार्डन में 500 विवाह समारोह की बुकिंग अब तक हो चुकी है। दीपावली के बाद अब शादी सीजन से बाजार में रौनक है। शादियों के लिए होटल, गार्डन, धर्मशाला के साथ बैंड-बाजा की भी बुकिंग शुरू हो गई है। नवंबर में शादियों के लिए 3 और दिसंबर में 7 शुभ मुहूर्त है। 10 दिनों के शुभ मुहूर्त में खूब शहनाई बजेगी।
शादी सीजन शुरू होने के पहल शहर के अधिकांश गार्डन और होटल बुक हैं। गार्डन में खास डेकोरेशन पर जोर दिया जा रहा है। गार्डन संचालक अखिलेश केशरवानी ने बताया कि शादी-विवाह में डेकोरेशन के लिए नया ट्रेंड है। अधिकांश वर-वधु की पसंद से डेकोरेशन कराने की बुकिंग कर रहे हैं। वहीं खाने के मैन्यू में भी बदलाव हो गया है। अब मिठाई, फास्टफूड और ठंड की कई डिश बढ़ गई हैं।
दुबई और टर्किश ज्वेलरी की मांग
सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम सोनी ने बताया कि दीपावली के बाद सराफा बाजार में शादी सीजन के लिए रौनक बरकरार है। अभी 22 कैरेट सोने की ज्वेलरी का भाव 73000 रुपए हैं। सोने के भाव में तेजी के बावजूद भी लोगों का सोना खरीदने में अच्छा रुझान है। वहीं चांदी के दामों में एक सप्ताह में 5 हजार रुपए की गिरावट आई है। चांदी के दाम 1 लाख रुपए किलो पर पहुंच गए थे। अभी चांदी के दाम 96 हजार रुपए किलो है। सोने में दुबई और टर्किश की ज्वेलरी की मांग है। इसमें ज्यादातर टाप्स, ईयर रिंग, बेंदी, लांग हार ज्यादा पसंद की जा रही।नए वर्ष में 40 से ज्यादा मुहूर्त
एक साल यानी 12 नवंबर 2024 से लेकर 2025 देवउठनी एकादशी तक विवाह के श्रेष्ठ मुहूर्त की संख्या 40 के आसपास है। पं. केशव महाराज ने बताया कि शुभ मुहूर्त में विवाह का अनुकूल प्रतिशत प्राप्त होता है, इस दृष्टि से अपने चंद्र, सूर्य, बृहस्पति का बल देखकर के विवाह के मुहूर्त निकलवाना चाहिए।वर्ष 2024 में मुहूर्त
नवंबर – 17, 22, 23दिसंबर – 2, 3, 4, 5, 9, 10, 15
वर्ष 2025 में मुहूर्त
जनवरी – 16, 17, 21, 22फरवरी – 8, 12, 13, 14, 15, 18, 20, 21, 25
मार्च – 5, 6
अप्रेल – 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29, 30
मई – 5, 6, 7, 8, 13, 14, 17, 28
जून – 1, 2, 4, 7, 8
उसके बाद 8 जुलाई 2025 तक गुरु का तारा अस्त अर्थात 12 जून से 8 जुलाई तक गुरु का तारा अस्त रहेगा।