सागर. राहतगढ़ थाना क्षेत्र के मूढऱी गांव की आदिवासी महिला सरपंच के बेटे की हत्या की वजह उनका पुराना विवाद बताया जा रहा है। करीब एक साल पहले मृतक के परिजनों ने आरोपियों के साथ मारपीट की थी, जिसका बदला लेने के लिए उन्होंने बुधवार शाम को मौका देख गोली मारकर हत्या कर दी। गुरुवार सुबह पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया, वहीं पुलिस ने हत्या के मामले में मूढऱी गांव के दो लोगों के खिलाफ हत्या का मामला पंजीबद्ध करते हुए विवेचना में लिया है। वारदात के बाद से आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें गठित कर तलाश की जा रही है।
यह है मामला
मूढऱी गांव की सरपंच गायत्री गौंड़ का 36 वर्षीय बेटा कुंवर सिंह गौंड़ गांव के गोविंद पटेल के साथ ट्रैक्टर का काम कराने पास के गांव मसुरहाई गया था। शाम को लौटते समय सेमराकलां गांव के पास उसे चलती बाइक में गोली मारकर हत्या कर दी गई। साथी गोविंद पटेल ने बताया कि रास्ते में अचानक 2 बाइक सवार आए और उन्होंने हमारे पास से गुजरते हुए कुंवर को गोली मार दी। हम दोनों गाड़ी समेत सड़क पर गिरे और आरोपी वहां से भाग गए। गोविंद का कहना था कि अंधेरा ज्यादा होने के कारण गोली चलाने वालों के चेहरे नहीं देख सका, लेकिन गांव के ही लोगों ने वारदात को अंजाम दिया है।बहन से की थी अभद्रता
मृतक के भाई वृंदावन गौंड ने बताया कि करीब एक साल पहले गांव के मानसिंह रजक के परिवार के एक युवक ने हमारी बहन के साथ अभद्रता की थी, जिसको लेकर उन लोगों से हमारा विवाद हुआ था। उसी विवाद के बाद से आरोपी पक्ष रंजिश पाले हुए था। वृंदावन ने अभिषेक रजक, प्रदीप रजक सहित अन्य पर हत्या के आरोप लगाए हैं। घटना के बाद मूढऱी गांव निवासी प्रदीप रजक व अभिषेक रजक के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। वारदात के बाद आरोपी गांव छोड़कर भाग गए हैं, उनकी गिरफ्तारी को लेकर टीमें तलाश कर रहीं हैं।
रामू प्रजापति, थाना प्रभारी, राहतगढ़
रामू प्रजापति, थाना प्रभारी, राहतगढ़