Russell Viper Snake: मध्यप्रदेश के सागर में स्नेक कैचर ने दो दिन पहले एक कॉलोनी से दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक रसेल वाइपर को पकड़ा था। रसेल वाइपर को पकड़ने के बाद स्नेक कैचर ने उसे एक प्लास्टिक के डिब्बे में पैक कर दिया था लेकिन दो दिन बाद जब उन्होंने सांप को सुरक्षित स्थान पर छोड़ने जाने से पहले डिब्बे को खोलकर देखा तो उनके होश उड़ गए। डिब्बे में एक नहीं बल्कि 37 सांप थे।
रसेल वाइपर ने दिए बच्चे
स्नेक कैचर अकील बाबा ने बताया कि दो दिन पहले उन्हें शहर की महाकालेश्वर कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने सांप निकलने की सूचना दी थी। वो मौके पर पहुंचे तो देखा कि सांप रसेल वाइपर प्रजाति का था। जिसे पकड़कर उन्होंने एक प्लास्टिक के डिब्बे में पैक कर दिया। सांप को पकड़ने के बाद उन्हें सांप का वजन ज्यादा लगा तो उन्होंने सोचा कि शायद सांप ने कुछ खा लिया होगा। लेकिन जब दो दिन बाद दुकान में रखे डिब्बे को खोलकर देखा तो उसमें 37 सांप थे। रसेल वाइपर ने 36 सपोलों को जन्म दे दिया था।
स्नेक कैचर अकील बाबा ने बताया कि रसेल वाइपर बेहद जहरीला होता है और इसके काटने से खून के थक्के जम जाते हैं और कुछ ही मिनटों में इंसान की मौत हो सकती है। अगर वक्त रहते कॉलोनी में से रसेल वाइपर को नहीं पकड़ा जाता तो ये कॉलोनी में ही सपोलों को जन्म दे देता और ऐसे में कॉलोनी में अनहोनी हो सकती थी। उन्होंने बताया कि रसेल वाइपर अंडे नहीं देता है बल्कि बच्चे देता है जो कि जन्म से ही बेहद जहरीले होते हैं।
काल का दूसरा रूप है रसेल वाइपर
रसेल वाइपर के डसने से इसका जहर आदमी के रक्त को जमाने लगता है। इससे शरीर में खून के थक्के बनने लगते हैं। आदमी को इलाज न मिलने पर घंटे भर के अंदर ही वह काल के गाल में समा सकता है। यानी यह सांप एक घंटे के अंदर मनुष्य को मौत के मुंह में ढकेल सकता है।