स्कूल में प्री बोर्ड 1 की परीक्षा 10 दिसंबर से शुरू हुई और 8 दिसंबर को अभिभावकों के लिए फीस जमा करने के लिए स्कूल प्रबंधन ने मैसेज किया। फीस जमा करने के लिए केवल 24 घंटे का ही समय दिया गया। फीस जमा करने के बाद ही प्रीबोर्ड परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए और जो अभिभावक समय पर फीस जमा नहीं कर पाए उनके बच्चों को प्रवेश पत्र ही नहीं दिया गया। कई बच्चों को परीक्षा के पहले कक्षा के बाहर खड़ा कर दिया गया। फीस जमा करने के बाद ही परीक्षा देने की अनुमति दी गई।
एक अभिभावक ने बताया कि उनका बेटा सेंट जोसफ कॉन्वेंट स्कूल में कक्षा दसवीं में पढ़ाई कर रहा है। 8 दिसंबर को फीस जमा करने के लिए स्कूल प्रबंधन मैसेज भेजा था। मार्च माह तक कुल फीस 27 हजार रुपए हुई। आनन-फानन में पैसों का इंतजाम करके पूरी फीस जमा की। फीस जमा नहीं करने पर कई बच्चों को एडमिट कार्ड भी नहीं दिया गया था। पैसों का इंतजाम करके पूरी फीस जमा की ताकि बेटा परीक्षा दे सके।
विधायक से शिकायत की
स्कूल के अभिभावकों ने विधायक शैलेन्द्र जैन से इस मामले में शिकायत की थी। विधायक जैन ने बताया कि कक्षा 10वीं प्री बोर्ड परीक्षा के पहले पूरे सत्र की ऑनलाइन फीस जमा करने के निर्देश दिया गया। फीस जमा करने पर एक बेटी को क्लास के बाहर की खड़ा रखा गया और परीक्षा देने के लिए डेढ़ घंटे का ही समय दिया गया। स्कूल में केवल 1 बेटी को नहीं, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को ऐसे ही परेशान किया जा रहा है।