खुरई एसडीएम मनोज चौरसिया ने खुरई ब्लॉक के 251 शासकीय व प्राइवेट स्कूल को सुबह 11.30 बजे बंद कर देने के आदेश दिए थे. दरअसल यहां रोज दोपहर 12 बजे से कमल किशोर नागर की कथा का आयोजन हो रहा है, जो 15 दिसम्बर तक चलेगा।
एसडीएम के आदेश से ब्लॉक के 251 स्कूलों के हजारों बच्चों की पढ़ाई सात दिन तक तीन घंटे के लिए प्रभावित हुई है।
मामले में आयोग ने संचालक स्कूल शिक्षा संचालनालय भोपाल व कलक्टर सागर से प्रकरण की जांच कराकर 15 दिन में तथ्यात्मक जवाब मांगा है। आयोग ने इन अधिकारियों से यह भी पूछा है कि क्या इस प्रकार के कार्यक्रम की अनुमति बच्चों को प्राप्त शिक्षा पाने के मौलिक अधिकार के उपयोग पर अधिभावी/ अधिमान्यता प्रभाव रखती है या इसके लिए कोई वैधानिक बाध्यता है।
ऐसे कार्यक्रम में कोलाहल निवारण अधिनियम के तहत अनुमति की क्या बाध्यताएं व सीमाएं हैं? क्या इन सभी का पालन सुनिश्चित किया गया है? पत्रिका ने तीन दिन पहले इस मामले को प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद आयोग ने मामले में संबंधितों से जवाब तलब किया है।
दो दिन का ही बचा समय
खुरई क्षेत्र में आयोजित हो रही भागवत कथा में अब महज दो दिन का समय ही बचा है। कथा 15 दिसंबर को कथा पूर्ण हो जाएगी। ऐसे में आगामी दो दिनों में आयोग के निर्देश पर प्रशासन पूर्व की भांति व्यवस्था रखेगा या इसमें बदलाव करेगा, यह कहना मुश्किल है।