सागर(बीना).सोमवार को साबरमती एक्सप्रेस से लोग उतरने के बाद बिना पुल पार किए सीधे लाइन पार करके जा रहे थे। यात्री एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों की संख्या में थे। इस तरह का नजारा हर दिन देखने को मिलता है। ऐसा हाल आए दिन रहता है, लेकिन आरपीएफ इन पर कार्रवाई करने से बचते रहते हैं। जिस कारण से ही ऐसे हालात बने हैं।
ट्रेन के आगे चलते रहे यात्री
जो यात्री लाइन पार करके दूसरी ओर जा रहे थे। उन्हें यह फ्रिक नहीं थी कि उनके पीछे से ट्रेन आ रही है। साबरमती एक्सप्रेस हॉर्न दे रही थी, लेकिन बेपरवाह यात्री चलते जा रहे थे। यहां देखने पर ऐसा नजारा लग रहा था मानों कि यह रेलवे स्टेशन नहीं बल्कि सड़क पर लोग चल रहे हो। यदि ऐसे में किसी यात्री के साथ घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी। क्योंकि इनपर कार्रवाई नहीं कि जा सकती है। जिसके कारण किसी दिन बढ़ा हादसा हो सकता है।
रेलवे की गलती से हो चुका हादसा
रेलवे की गलती के कारण से चार मई को खंडहर क्वार्टर न तोड़े जाने के कारण दीवार गिरने से दो महिला कर्मचारियों की मौत हो गई थी, लेकिन रेलवे को बार-बार अगाह करने के बाद भी वह व्यवस्थाओं में सुधार नहीं कर रहे हैं और हादसों को न्यौता दिया जा रहा है। जिस कारण से किसी दिन रेलवे लाइन पार करते समय भी बड़ा हादसा होने से इंकार नही किया जा सकता है।
इनका कहना है
लोगों के लिए हमेशा स्टॉफ हिदायत देते रहते हैं, जिससे लोग पैदल पटरी पार न करें। लेकिन फिर भी यदि कोई नहीं मानता है तो उस पर कार्रवाई की जाती है।
आरके भास्कर आरपीएफ, डीआई, बीना
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