सागर

विधायक का बयान कांग्रेस नहीं छोड़ी: कांग्रेसी कार्यालय में पहुंचे झंडा लगाने, पुलिस ने रोका, हुई झड़प

एक घंटे तक चला प्रदर्शन, चालीस को किया गया गिरफ्तार, बाहर पर मामला दर्ज, छह को भेजा जेल

सागरOct 18, 2024 / 12:36 pm

sachendra tiwari

प्रदर्शनकारियों को रोकती हुई पुलिस

बीना. कांग्रेस से भाजपा में आईं विधायक निर्मला सप्रे ने एक दिन पूर्व बयान दिया था कि उन्होंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है और ना ही भाजपा की सदस्यता ली है। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता गुरुवार की दोपहर विधायक कार्यालय में कांग्रेस का झंडा लगाने निकले थे, लेकिन आंबेडकर तिराहे पर तैनात पुलिस फोर्स ने आगे नहीं बढऩे दिया और झड़प भी हुई। साथ ही वाटर कैनन का प्रयोग करते हुए सभी कार्यकर्ताओं को खदेड़ा गया और फिर गिरफ्तारी की गई। करीब एक घंटे तक प्रदर्शन चला।
गुरुवार की दोपहर शहर कांग्रेस के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में पार्टी का झंडा लेकर सर्वोदय चौराहे से विधायक कार्यालय के लिए रवाना हुए थे। पुलिस ने पहले से ही आंबेडकर तिराहे पर बैरिकेड्स लगाकर रास्ता बंद कर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया था। कार्यकर्ता जैसे ही तिराहे पर पहुंचे, पुलिस ने आगे बढऩे से रोक दिया और इस बीच पुलिस से धक्का, मुक्की के साथ हल्की झड़प भी हो गई। कार्यकर्ता करीब एक घंटे तक आगे बढऩे का प्रयास करते रहे, लेकिन पुलिस ने नहीं जाने दिया। इसके बाद वाटर कैनन का प्रयोग कर सभी को खदेड़ा गया और फिर करीब चालीस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर आगासौद थाने भेज दिया गया था, जहां 12 कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया गया।
विधायक के घर रही पुलिस तैनात
कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए विधायक के घर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था, जिससे कोई घर तक ना पहुंच सके।
जिन कार्यकर्ताओं ने जिताया, उन्हीं पर हो रही बर्बरता
शहर अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा कि जिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिनरात मेहनत कर विधायक निर्मला सप्रे को सदन में पहुंचाया है, आज उन्हीं पर लाठियां चलवाई जा रही हैं। कार्यकर्ता सिर्फ यह जानना चाहते थे कि वह कांग्रेस की सदस्य हैं या भाजपा की, इसलिए उनके घर व कार्यालय जा रहे थे। यदि उन्हें इस्तीफा देने से डर लग रहा है, तो पूर्ण रूप से कांग्रेस में आने की बात करें। यदि चुनाव जीतने का विश्वास है, तो इस्तीफा देकर मैदान में आएं, जनता चुनाव में जवाब देगी।
भाजपा कार्यकर्ताओं को आनी चाहिए शर्म
पूर्व जनपद अध्यक्ष इंदर सिंह ने कहा कि विधायक ने स्वयं कहा है कि वह कांग्रेस में हैं, इसलिए झंडा लगाने जा रहे थे। भाजपा नेताओं को भी अब शर्म लगनी चाहिए कि उनके साथ जा रहे हैं, जबकि वह कह रही हैं कि दल बदल नहीं किया है। सभी जानना चाहते हैं कि वह किस पार्टी में हैं।
बारह पर किया मामला दर्ज, छह को भेजा जेल
प्रदर्शन में शामिल इंदर सिंह, अनुराग ठाकुर, आशीष चौबे, शालू बिलगैंया, बबलू राज, प्रमोद राय, राहुल यादव, पंकज यादव, सतीश तिवारी, विनोद पोरिया, शिवम पटैरिया, राजाराम अहिरवार के खिलाफ प्रतिबंधात्मक और शांति भंग करने का मामला दर्ज किया गया था। सभी को एसडीएम न्यायालय में पेश किया गया, जहां से अनुराग, प्रमोद, पंकज, सालू, आशीष और राहुल को जेल भेज दिया गया।
बताकर घर आते, तो सभी का स्वागत करते
प्रदर्शन के संबंध में विधायक निर्मला सप्रे ने बताया कि उन्हें जानकारी नहीं थी कि कार्यकर्ता घर आ रहे हैं। यदि कार्यकर्ता पहले बता देते, तो उनका घर पर स्वागत करते। हमारी किसी से कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है। यदि कार्यकर्ताओं को जेल भेजा गया है, तो इसका कारण पता करेंगे।
जो जनता कहेगी वैसा निर्णय लेंगे
विधायक ने इस्तीफा के सवाल पर कहा कि लगातार जनता के हित में काम कर रहे हैं और जो जनता कहेगी वैसा करेंगे। क्षेत्र में विकास कार्य कराए जा रहे हैं और 23 अक्टूबर को उत्कृष्ट स्कूल में रोजगार मेला लगाया जा रहा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के बयान पर कहा कि उन्होंने सही कहा है कि विधायक ही बता पाएंगी की वह कहां हैं।

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