सागर. दीपावली त्योहार पर महापौर संगीता तिवारी की परिषद ने उपभोक्ताओं को बड़ा झटका दिया है। महापौर परिषद ने जलकर की राशि बढ़ाकर 215 रुपए प्रतिमाह करने का निर्णय लिया है। वर्तमान में सागर नगर निगम में जलकर पर आरक्षण चल रहा है। एससी-एसटी वर्ग के उपभोक्ताओं को 75 रुपए प्रतिमाह तो अन्य उपभोक्ताओं को 150 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से कर देना पड़ रहा है। बैठक में निगमायुक्त राजकुमार खत्री के साथ महापौर परिषद सदस्य विनोद तिवारी, धर्मेन्द्र खटीक, रूपेश यादव, मेघा दुबे, रेखा यादव, राजकुमार पटेल, कंचन जडिय़ा, संगीता जैन, आशारानी जैन, उपायुक्त वित्त हेमलता पटेल, एसएस बघेल, कार्यपालन यंत्री विजय दुबे, सहायक यंत्री संजय तिवारी, उपयंत्री दिनकर शर्मा, महादेव सोनी समेत अन्य उपस्थित रहे।
निगम परिषद के लिए भेजा प्रस्ताव महापौर परिषद की बैठक में अधिकारियों द्वारा बताया गया कि एमपीयूडीसी ने पत्र लिखकर कहा है कि जलकर की राशि प्रतिमाह 215 रुपए निर्धारित की गई है। इसलिए नगर निगम प्रतिमाह इतनी ही राशि वसूल करे। बैठक में एलम, चूना, क्लोरीन, वेतन आदि का हवाला देते हुए एमआइसी ने जलकर का उपभोक्ता प्रभार 215 रुपए करने का निर्णय लेकर विषय को पुष्टि के लिए नगर निगम परिषद की बैठक के लिए प्रेषित किया है।
आरक्षण भी होगा खत्म सागर नगर निगम देश का अनोखा नगर निगम है, जहां पानी पर आरक्षण है। बताया जाता है कि तत्कालीन महापौर प्रदीप लारिया की परिषद ने करीब 18 साल पहले पानी पर आरक्षण का निर्णय लिया था। नए आदेश के बाद पानी पर आरक्षण की विसंगति दूर हो जाएगी।
नियमित नहीं हो रही जलापूर्ति महापौर परिषद के इस निर्णय से हड़कंप की स्थिति बन गई है। नगर निगम माह में शहर में 12 से 15 दिन ही जलापूर्ति करता है। एक बार की सप्लाई में 40 से 50 मिनट के लिए ही नल खुलते हैं। चौबीस घंटे पानी देने का वादा आज तक पूरा नहीं हुआ है और इधर जलकर की राशि में इजाफा कर दिया है।