परिवार की 28 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण
ग्राम भांकरई के किसान जितेन्द्र सिंह ने बताया कि उनके परिवार की पूरी 28 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। जमीन जाने के बाद गांव में सिर्फ मकान बचेगा। जो मुआवजा देना तय हुआ है उससे आसपास जमीन भी नहीं खरीद पाएंगे। किसानों को उनकी मांग के अनुसार मुआवजा मिलना चाहिए, जिससे दूसरी जगह जमीन और मकान खरीद सकें। भांकरई गांव में मुलायम सिंह, वीरसिंह, राजाभाई, नरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, बलराम सिंह, संतराम सिंह, रामस्वरूप, रामदास अहिरवार, रामबकील, मीरा बाई की पूरी जमीन जा रही है। यही स्थिति अन्य गांवों में भी बन रही है।
ग्राम भांकरई के किसान जितेन्द्र सिंह ने बताया कि उनके परिवार की पूरी 28 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। जमीन जाने के बाद गांव में सिर्फ मकान बचेगा। जो मुआवजा देना तय हुआ है उससे आसपास जमीन भी नहीं खरीद पाएंगे। किसानों को उनकी मांग के अनुसार मुआवजा मिलना चाहिए, जिससे दूसरी जगह जमीन और मकान खरीद सकें। भांकरई गांव में मुलायम सिंह, वीरसिंह, राजाभाई, नरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, बलराम सिंह, संतराम सिंह, रामस्वरूप, रामदास अहिरवार, रामबकील, मीरा बाई की पूरी जमीन जा रही है। यही स्थिति अन्य गांवों में भी बन रही है।
पूर्व में जमीन देने वाले किसान हैं परेशान
रिफायनरी के लिए हुए जमीन अधिग्रहण में जिन किसानों की जमीन गई थ और किसानों का आरोप है कि उनके परिवार के सदस्यों को स्थायी नौकरी नहीं मिली है, इसके लिए वह हाइकोर्ट तक जा चुके हैं। पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी किसानों से मिलने के लिए आए थे। किसानों ने बताया था कि 55 पट्टेधारियों की जमीन गई थी, जिसमें 11 को मुआवजा तक नहीं मिला है।
रिफायनरी के लिए हुए जमीन अधिग्रहण में जिन किसानों की जमीन गई थ और किसानों का आरोप है कि उनके परिवार के सदस्यों को स्थायी नौकरी नहीं मिली है, इसके लिए वह हाइकोर्ट तक जा चुके हैं। पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी किसानों से मिलने के लिए आए थे। किसानों ने बताया था कि 55 पट्टेधारियों की जमीन गई थी, जिसमें 11 को मुआवजा तक नहीं मिला है।