३०० मीटर से ज्यादा है जर्जर
बस स्टैंड स्थित दीनदयाल चौराहे से संजय ड्राइव तक करीब ९ साल पहले झील सौंदर्यीकरण के तहत बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य किया गया था। इसमें से करीब ३०० मीटर की बाउंड्रीवाल अलग-अलग जगहों पर जर्जर स्थिति में आ गई है। जर्जर बाउंड्रीवाल को दुरुस्त करने का मामला नगर निगम के जिम्मेदार करीब तीन सालों से टाल रहे हैं।
बस स्टैंड स्थित दीनदयाल चौराहे से संजय ड्राइव तक करीब ९ साल पहले झील सौंदर्यीकरण के तहत बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य किया गया था। इसमें से करीब ३०० मीटर की बाउंड्रीवाल अलग-अलग जगहों पर जर्जर स्थिति में आ गई है। जर्जर बाउंड्रीवाल को दुरुस्त करने का मामला नगर निगम के जिम्मेदार करीब तीन सालों से टाल रहे हैं।
पुरानी डफरिन अस्पताल के सामने की स्थिति भी दयनीय तिली मार्ग पर ही नहीं बल्कि सीएमएचओ ऑफिस के सामने से गऊघाट तक भी बाउंड्रीवाल और पार्क में लगे टाइल्स झील में गिरने लगे हैं। यहां पर निगम प्रशासन की ओर से बड़ी लापरवाही की गई है जिसके कारण झील की दीवार पानी की ओर झुक गई है।
जब मौका मिला तो नहीं कराई मरम्मत
वर्ष-२०१७ में जब झील को खाली किया था तो निगम प्रशासन के पास मौका था कि
जो बाउंड्रीवॉल गिर गई है और जो जर्जर स्थिति में खड़ी है उसकी मरम्मत करा सकें
लेकिन जिम्मेदारों ने इसको अनदेखा कर दिया। इस वर्ष गरमी के मौसम में भी निगम
के अधिकारियों ने इसके सुधार कार्य को लेकर लापरवाही की जिसके कारण इस बार की बारिश में एक
बार करीब १२ फीट तो दूसरी बार करीब १८ फीट की बाउंड्रीवॉल ढह गई। पिछले चार सालों में आठवीं बार बाउंड्रीवॉल टूटी है।
जब मौका मिला तो नहीं कराई मरम्मत
वर्ष-२०१७ में जब झील को खाली किया था तो निगम प्रशासन के पास मौका था कि
जो बाउंड्रीवॉल गिर गई है और जो जर्जर स्थिति में खड़ी है उसकी मरम्मत करा सकें
लेकिन जिम्मेदारों ने इसको अनदेखा कर दिया। इस वर्ष गरमी के मौसम में भी निगम
के अधिकारियों ने इसके सुधार कार्य को लेकर लापरवाही की जिसके कारण इस बार की बारिश में एक
बार करीब १२ फीट तो दूसरी बार करीब १८ फीट की बाउंड्रीवॉल ढह गई। पिछले चार सालों में आठवीं बार बाउंड्रीवॉल टूटी है।