निगम के अधिकारियों ने बताया कि झील को साफ-स्वच्छ व प्रदूषण मुक्त रखने में सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है, झील के सभी घाटों पर सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन हों। नागरिकों की सहभागिता से जल स्रोतों को सुरक्षित कर पर्यावरण का संरक्षण किया जा सकता है, इस उद्देश्य के साथ ही प्रत्येक सप्ताह सोमवार को चकराघाट पर गंगा आरती का आयोजन किया जा रहा है। इसके साथ ही झील को जलकुंभी से मुक्त कर स्वच्छ बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
कहा कि तालाब को स्वच्छ व प्रदूषण मुक्त रखने चकराघाट पर फूलमाला, पूजन आदि सामग्री डालने के लिए नाडेप पिट हौदियां बनाई गई हैं।