मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले किसानों के लिए खुशी देने वाली इस खबर को राजनीतिक दृष्टि से मप्र भाजपा के लिए भी केंद्र का एक तोहफा माना जा रहा है। जबकि विपक्ष द्वारा किसानों के ऋण को माफ किए जाने को लेकर लगातार मुद्दा बनाया जा रहा था, उस दौर में समर्थन मूल्य वृद्धि ने किसानों को अपने पक्ष में लेने का काम किया है। इससे पहले रबी की फसल में भी समर्थन मूल्य वृद्धि कर सरकार किसानों से वाहवाही लूट चुकी है। अब चुनाव के पहले होने वाली धान सहित अन्य खरीफ फसलों की खरीदी में किसानों को बढ़े हुए समर्थन मूल्य का फायदा मिलेगा। सीधे कहा जाए तो इसका फायदा चुनाव में सत्तासीन पार्टी को भी मिल सकता है। हालांकि, किसान का मत अपने पक्ष में करने के लिए यह काफी होगा या नहीं, ये तो चुनाव के नतीजे ही बता पाएंगे।
इन फसलों पर इतना बढ़ गया समर्थन मूल्य
फसल –नया एमएसपी– पुराना एमएसपी– बढ़ोत्तरी प्रति क्विंटल
सामान्य धान 1750 –1550– 200
ए ग्रेड धान 1770– 1590– 180
तुअर 5675– 5450– 225
उड़द 5600– 5400– 200
मूंग 6975– 5575– 1400
सोयाबीन 3399– 3050– 349
मंूगफली 4890– 4450– 440
तिल 6249– 5300—– 949
सूरजमुखी 5388– 4100 –1288
रागी 2897 –1900– 997
बाजरा 1950 –1425– 525
ज्वार 2430 –1725 –705
कपास मीडियम 5150– 4020– 1130
कपास लॉग्स स्पेशल 5450 –4320 –1130
किसान बोले: स्वागत है
इस संबंध में जब पत्रिका ने किसानों से नए एमएसपी की जानकारी सांझा की तो किसानों के चेहरे पर मुस्कान देखने मिलती है। किसान सरकार के इस फैसले का स्वागत करते है। किसान मोहन सिंह लोधी कहते है कि सरकार ने किसानों की मेहनत को पहचानने का एक सफल प्रयास किया है जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की इस पहल के लिए आभार। किसान महादेव काछी ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। महादेव ने सरकार से सब्जियों का भी एमएसपी तय करने की मांग की है।
इस संबंध में जब पत्रिका ने किसानों से नए एमएसपी की जानकारी सांझा की तो किसानों के चेहरे पर मुस्कान देखने मिलती है। किसान सरकार के इस फैसले का स्वागत करते है। किसान मोहन सिंह लोधी कहते है कि सरकार ने किसानों की मेहनत को पहचानने का एक सफल प्रयास किया है जिसकी जितनी तारीफ की जाए कम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की इस पहल के लिए आभार। किसान महादेव काछी ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। महादेव ने सरकार से सब्जियों का भी एमएसपी तय करने की मांग की है।
बुंदेलखंड भी है धान का कटोरा जिन 14 खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य में वृद्धि करने का सरकार ने निर्णय लिया है। उनमें सबसे ज्यादा फायदा किसानों को धान में मिलेगा, क्योंकि बुंदेलखंड भी धान का कटोरा ही है। बुंदेलखंड के दमोह, सागर में सबसे ज्यादा धान की बोवनी होती है। इसके अलावा टीकमगढ़ और छतरपुर में भी काफी मात्रा में धान होती है। ऐसे में यहां के करीब 2 लाख किसानों को बढ़े हुए समर्थन मूल्य का लाभ मिलेगा।