रोजमर्रा में सबसे ज्यादा उपयोग में आने वाले पदार्थों में आटा, तेल, दाल आदि शामिल है और इनपर ही महंगाई की मार है, जिससे गरीब और मध्यमवर्गी लोगों के किचन का बजट गड़बड़ा रहा है। जानकारी के अनुसार भारत में तेल का इंपोर्ट किया जाता है और अचानक इंपोर्ट ड्यूटी में इजाफा होने से दामों में वृद्धि हुई है। शासन ने ड्यूटी 20 प्रतिशत का इजाफा किया है, जिससे प्रति किलो में 15 से 20 रुपए किलो तक का अंतर आया है।
इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने का है असर किराना व्यापारी आदित्य बुधौलिया ने बताया कि इंपोर्ट ड्यूटी में अचानक बढ़ोत्तरी के कारण तेल के दामों में वृद्धि हुई है। प्रति किलो पर 15 से 20 रुपए की बढ़ोत्तरी हुई है। जो तेल पहले 102 रुपए लीटर था वह 122 से 123 रुपए हो गया है। अलग-अलग ब्रांड के अनुसार दामों में अंतर आया है। पंद्रह किलो का जार 1650 रुपए था, जो 2000 से 2050 रुपए हो गया है।
सोयाबीन पर बढ़ाई गई है एमएसपी किसान लगातार सोयाबीन के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे थे और सरकार ने समर्थन मूल्य पर खरीदी करने की घोषणा की है। सोयाबीन के दाम बढऩे के पहले ही तेल के दाम बढ़ा दिए गए हैं। एमएसपी बढ़ाने के कारण ही तेल पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की बात कही जा रही है, जिससे भरपाई की जाए सके। साथ ही आने वाले समय में तेल के दाम और बढ़ाने की संभावना है।