देहरी रोड पर भी है ऐसी ही स्थिति
देहरी रोड पर भी कॉलोनी काटी गई है, जिसमें हाइटेंशन लाइन के नीचे ही मकान तैयार किए जा रहे हैं। मकान बनाने के बाद जब लोगों को करंट के झटका लगते हैं, तो इसकी शिकायत बिजली कंपनी में की जाती है। जबकि नियमानुसार हाइटेंशन लाइन के नीचे प्लाट नहीं बेच सकते हैं। इस ओर बिजली कंपनी के अधिकारी भी ध्यान नहीं देते हैं।
देहरी रोड पर भी कॉलोनी काटी गई है, जिसमें हाइटेंशन लाइन के नीचे ही मकान तैयार किए जा रहे हैं। मकान बनाने के बाद जब लोगों को करंट के झटका लगते हैं, तो इसकी शिकायत बिजली कंपनी में की जाती है। जबकि नियमानुसार हाइटेंशन लाइन के नीचे प्लाट नहीं बेच सकते हैं। इस ओर बिजली कंपनी के अधिकारी भी ध्यान नहीं देते हैं।
कार्रवाई के नाम पर होती है सिर्फ सूची तैयार
अवैध कॉलोनाइजरों पर कार्रवाई करने को लेकर अधिकारी सिर्फ सूची बनाते हैं और इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। कार्रवाई न होने से दिनोंदिन अवैध कॉलोनी की संख्या बढ़ती जा रही है। इन कॉलोनी में न तो पक्की सड़क और ना ही नाली, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं। कई जगहों पर तो प्लाट खरीदने के बाद भी लोगों को कब्जा नहीं मिल पाया है, जिसकी शिकायत भी की जा रही हैं। यदि कालोनी वैध होंगी, तो सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
अवैध कॉलोनाइजरों पर कार्रवाई करने को लेकर अधिकारी सिर्फ सूची बनाते हैं और इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। कार्रवाई न होने से दिनोंदिन अवैध कॉलोनी की संख्या बढ़ती जा रही है। इन कॉलोनी में न तो पक्की सड़क और ना ही नाली, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं। कई जगहों पर तो प्लाट खरीदने के बाद भी लोगों को कब्जा नहीं मिल पाया है, जिसकी शिकायत भी की जा रही हैं। यदि कालोनी वैध होंगी, तो सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।