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एसडीएम की फटकार का भी नहीं दिखा असर, दुकानों के सामने परिसर में फैला रहा व्यापारियों का गेहूं

ओवरब्रिज के नीचे खड़े करने पड़े ट्रैक्टर-ट्रॉली, बड़ी संख्या में किसानों ने सीधे मील पर बेचा गेहूं

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Even the reprimand of SDM did not have any effect, the wheat of the traders is being spread in half the premises in front of the shops

मंडी परिसर में फैला व्यापारियों का अनाज

बीना. कृषि उपज मंडी में कर्मचारी व्यवस्थाएं बनाने में रुचि नहीं ले रहे हैं, जिससे किसान परेशान हैं। आवक ज्यादा होने के बाद भी सुरक्षा गार्ड वहां व्यवस्था बनाते नहीं दिखाए देते हैं। परिसर में फैले व्यापारियों के अनाज को लेकर मंगलवार को एसडीएम ने निरीक्षण कर कर्मचारियों को फटकार लगाई थी और एक घंटे में परिसर साफ कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन सुधार कुछ नहीं हुआ।
मंडी परिसर छोटा होने से सीजन पर किसानों को ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े करने के लिए भी जगह नहीं मिलती है। इसके बाद भी यहां व्यापारी मनमानी करते हुए अपनी दुकान के सामने परिसर में अनाज फैला लेते हैं और बीच परिसर में भी ढेर लगाकर तौल करते हैं, जिससे जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। इसके बाद भी मंडी कर्मचारी और सुरक्षा गार्ड ध्यान नहीं देते हैं। इसको लेकर एसडीएम भी जमकर फटकार लगा चुके हैं। इसके बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। बुधवार को मंडी के बड़े शेड के बाजू से व्यापारियों के गेहूं की तौल चल रही थी और वहां से पैदल निकलना भी मुश्किल था। इसी तरह बीच परिसर में भी व्यापारियों के अनाज का ढेर लगा हुआ था। परिसर में जगह न होने पर ओवरब्रिज के नीचे ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े हुए थे, जिससे सड़क से निकलने वाले अन्य वाहन चालकों को परेशान होना पड़ा।

क्रम से नहीं लगाए जाते ट्रैक्टर-ट्रॉली
इ-मंडी होने बाद गेट पर ही किसान को प्रवेश पर्ची उपलब्ध कराई जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। यदि गेट पर प्रवेश पर्ची देकर परिसर में सही तरीके से ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े कराए जाएं, तो कुछ हद तक व्यवस्था सुधर सकती है, लेकिन सुरक्षा गार्ड यह कार्य करते हुए नजर नहीं आते हैं।

कल से पांच दिन रहेगी मंडी बंद
मार्च क्लोजिंग के चलते कृषि उपज मंडी में 28 मार्च से 1 अप्रेल तक डाक, नीलामी नहीं होगी। इस बीच किसानों को उपज बेचने में परेशानी होगी और जिन किसानों को जरूरत होगी वह मंडी के बाहर कम दामों में उपज बेचने मजबूर होंगे।

करेंगे कार्रवाई
यदि मंडी की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ है, तो कार्रवाई की जाएगी।
विजय डेहरिया, एसडीएम, बीना