इससे ज्यादा शर्मनाक और कुछ नहीं
शहर में क्या अव्यवस्थाएं हैं यह किसी से छिपा नहीं है, लेकिन मुक्तिधाम में उजाले की व्यवस्था नहीं कराना सबसे ज्यादा शर्मनाक है। जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
राकेश सुमन
शहर में क्या अव्यवस्थाएं हैं यह किसी से छिपा नहीं है, लेकिन मुक्तिधाम में उजाले की व्यवस्था नहीं कराना सबसे ज्यादा शर्मनाक है। जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
राकेश सुमन
किसी को नहीं परवाह
कहां पर क्या व्यवस्थाएं होनी चाहिए, यह जिम्मेदारी नगर पालिका की है, लेकिन मुक्तिधाम जैसी जगहों पर भी छोटी-छोटी व्यवस्थाएं नहीं पाना जिम्मेदारों की लापरवाही को दर्शाता है।
राकेश माली शहरवासियों को भी देना चाहिए ध्यान
कई गड़बड़ियां ऐसी होती हैं, जिन्हें हम देखकर भी अनदेखा कर देते हैं। ऐसा नहीं है कि कभी शाम होने पर कभी किसी का अंतिम संस्कार नहीं किया गया हो, लेकिन लोग कभी इन कमियों के बारे में सवाल नहीं करते है।
दिनेश कुशवाहा
कहां पर क्या व्यवस्थाएं होनी चाहिए, यह जिम्मेदारी नगर पालिका की है, लेकिन मुक्तिधाम जैसी जगहों पर भी छोटी-छोटी व्यवस्थाएं नहीं पाना जिम्मेदारों की लापरवाही को दर्शाता है।
राकेश माली शहरवासियों को भी देना चाहिए ध्यान
कई गड़बड़ियां ऐसी होती हैं, जिन्हें हम देखकर भी अनदेखा कर देते हैं। ऐसा नहीं है कि कभी शाम होने पर कभी किसी का अंतिम संस्कार नहीं किया गया हो, लेकिन लोग कभी इन कमियों के बारे में सवाल नहीं करते है।
दिनेश कुशवाहा
होनी चाहिए कार्रवाई
जिम्मेदारों में मानवता नहीं बची है। यही वजह है कि ऐसे लोग मनमर्जी के मालिक हो जाते हैं और व्यवस्थाएं नहीं बनाते हैं, इसलिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
एचडी गोस्वामी
जिम्मेदारों में मानवता नहीं बची है। यही वजह है कि ऐसे लोग मनमर्जी के मालिक हो जाते हैं और व्यवस्थाएं नहीं बनाते हैं, इसलिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
एचडी गोस्वामी