पिछले दिनों जब स्टेशन पर इंप्रेस्ट से काम किया जाता था तो सफाई दिखाई देती थी, लेकिन जब से नया टेंडर सफाई कंपनी का किया गया है तब से लगातार सफाई व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। स्टेशन पर गंदगी को देखकर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि यदि सफाई व्यस्वथा सही नहीं हुई तो सख्त निर्णय लेकर कार्रवाई करेंगे।
बीना स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्यों व नई स्टेशन भवन के ले-आउट को भी देखा। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों द्वारा स्टेशन पर हो रहे आधारभूत संरचना के कार्यों के बारे में जानकारी ली।
डीआरएम खानपान स्टॉल, आरक्षण कार्यालय, यात्री प्रतीक्षालय, प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया, फुट ओवरब्रिज का निरीक्षण किया। इसके अलावा एकीकृत ड्राइवर एवं गार्ड क्रू लॉबी का निरीक्षण किया, जिसमें लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन परिचालन से जुड़े रेलकर्मियों, ट्रेन मैनेजर एवं संरक्षा से संबंधित रेलकर्मियों से चर्चा करके उनकी समस्याएं भी सुनी।
डीआरएम ने रेलवे अस्पताल का भी निरीक्षण कर उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं, साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता की जांच की। उन्होंने अस्पताल में मौजूद मरीजों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना और अधिकारियों को जल्द समाधान के निर्देश दिए।
उन्होंने महादेवखेड़ी स्टेशन पहुंचकर वहां रेल लाइन दोहरीकरण कार्य की प्रगति देखी। इस दौरान इंटरलॉकिंग कार्य की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को काम में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया।
इस दौरान वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के दोनों ब्रांच ने मांगों को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। सहायक सचिव आरके जैन ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से डीआरएम से मांग की गई है कि रेलवे आवासों में गर्मी के समय में पाइप लाइन में लीकेज होने के कारण पर्याप्त पानी नहीं पहुंच रहा है। आवास अत्यधिक पुराने हो चुके हैं, जिसमें रेलकर्मी असुरक्षित हैं। जो रेल आवास खंडहर हो चुके हैं उनमें आसामाजिक तत्व निवास करने लगते हैं, जिन्हें तोड़कर नए आवास बनाए जाएं। इसके अलावा भी अन्य मांगें शामिल हैं। ज्ञापन सौंपने वालों में संतोष सैनी, नवनीत सिरोठिया, सचिन सोलंकी, विरल यादव, राहुल बुंदेला, रवि प्रजापति, संतोष हरदेनिया, शिवशंकर, संदीप यादव, शशि भूषण, महेंद्र यादव, आशीष पाराशर, राकेश रैकवार, राजेश रैकवार आदि शामिल हैं।