सागर. वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में चल रहे गांवों के विस्थापन को लेकर गठित जिला स्तरीय समिति की बुधवार को बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विस्थापित होने वाले परिवारों को भी सुना गया व उनके दस्तावेजों का परीक्षण किया गया। इसके बाद अपर कलेक्टर रूपेश उपाध्याय ने विस्थापितों को तत्काल मुआवजा राशि हस्तांतरित कर विस्थापित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिन विस्थापित परिवारों ने विस्थापन के खिलाफ आपत्तियां दर्ज कराई हैं, उन आपत्तियों को एसडीएम, वन विभाग के अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर पुन: सत्यापन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। जो विस्थापित परिवार पात्र पाए गए हैं उनको तत्काल विस्थापन मुआवजा की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित करें। इस अवसर पर टाइगर रिजर्व के उप संचालक डॉ. एए अंसारी, रहली एसडीएम गोविंद दुबे, देवरी एसडीएम भव्या त्रिपाठी, सिटी मजिस्ट्रेट सह भू अर्जन अधिकारी जूही गर्ग सहित वन विभाग के अधिकारी व विस्थापित होने वाले गांव के लोग उपस्थित थे।
समीक्षा बैठक में पूतदेही व झमरा गांव के उपस्थित अपात्र हितग्राहियों के दस्तावेजों का परीक्षण किया गया। भू-अर्जन शाखा ने जोगीपुरा गांव का मुआवजा पत्रक पेश किया, वहीं खपराखेडा गांव में निवासरत शेष अपात्र व्यक्तियों को बाहर करने की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की गई। देवलपानी, पटना, मोहली ग्राम के पात्र/अपात्र हितग्राहियों की सूची का अवलोकन किया गया। बैठक में पूतदेही, झमरा, केरपानी, खमरापठार, आखीखेड़ा, खापा खगोरिया, केसली, मोगरा, पापरा, देवलपानी, पटना व मोहली गांव से बाहर निवासरत परिसंपत्तिधारकों का मूल्यांकन पत्रक प्रस्तुत किया गया।