केंट स्थित कैथोलिक चर्च और तहसीली स्थित ज्योति भवन सहित सभी गिरजाघरों में रात 12 बजे प्रभु यीशु का चर्नी यानी गोशाला में जन्म हुआ। ईसाई समाज के लोगों ने प्रभु यीशु के जन्म की खुशियां मनाते हुए गीत गाए। सभी चर्च एवं ईसाई समाज के घर रोशनी से जगमगा उठे। चर्च में आकर्षक विद्युत सज्जा के साथ ही विभिन्न झांकियां सजाई गई। कैंट स्थित चर्च में विशप अतिकलम ने कहा कि प्रभु यीशु का संदेश सभी को आत्मसात करना चाहिए। प्रभु ने प्रेम, भाईचारे और इंसानियत का जो संदेश सालों पहले दिया वह आज भी प्रासंगिक है। इस मौके पर फादर थामसलाल, फादर गिरीश, फादर साबू और फादर बीजू फिलिप ने प्रार्थना कराई।
कान्वेंट स्कूल के पास स्थित चर्च में प्रभु यीशु की बाल रुप में झांकी सजाई गई। यीशु के जन्म और प्रार्थना के बाद सांता क्लाज ने बच्चों को उपहार बांटे। वहीं सेंट फ्रांसिस चर्च श्यामपुरा में फादर साबू और फादर मिंटो ने प्रार्थना कराई।
ज्योति भवन चर्च में हुई प्रार्थना
ज्योति भवन चर्च में रात 10.30 बजे कैरोल गीत गाए। फादर सिवी, फादर क्लीव्स, फादर जोशी और फादर सिनोज ने प्रार्थना कराई। रात 12 बजे प्रभु यीशु के जन्म दिन पर केक काटा गया। घर-घर लोग पकवान लेकर चर्च में पहुंचे। आपस में पकवान बांटकर जन्म उत्सव मनाया।
कैरोल सिंगिंग से हुई क्रिसमस की शुरुआत
ईसाई समाज के लोगों ने क्रिसमस का पर्व बड़े हर्षोल्लास से मनाया। संत टैरेसा चर्च में श्रद्धा भक्ति एवं आस्था के साथ मनाया गया। इसकी शुरुआत रात्रि 11.30 बजे कैरोल सिंगिंग के साथ भक्तिपूर्ण वातावरण में हुई।
कान्वेंट स्कूल के पास स्थित चर्च में प्रभु यीशु की बाल रुप में झांकी सजाई गई। यीशु के जन्म और प्रार्थना के बाद सांता क्लाज ने बच्चों को उपहार बांटे। वहीं सेंट फ्रांसिस चर्च श्यामपुरा में फादर साबू और फादर मिंटो ने प्रार्थना कराई।
ज्योति भवन चर्च में हुई प्रार्थना
ज्योति भवन चर्च में रात 10.30 बजे कैरोल गीत गाए। फादर सिवी, फादर क्लीव्स, फादर जोशी और फादर सिनोज ने प्रार्थना कराई। रात 12 बजे प्रभु यीशु के जन्म दिन पर केक काटा गया। घर-घर लोग पकवान लेकर चर्च में पहुंचे। आपस में पकवान बांटकर जन्म उत्सव मनाया।
कैरोल सिंगिंग से हुई क्रिसमस की शुरुआत
ईसाई समाज के लोगों ने क्रिसमस का पर्व बड़े हर्षोल्लास से मनाया। संत टैरेसा चर्च में श्रद्धा भक्ति एवं आस्था के साथ मनाया गया। इसकी शुरुआत रात्रि 11.30 बजे कैरोल सिंगिंग के साथ भक्तिपूर्ण वातावरण में हुई।