गोपालगंज स्थित वृंदावन बाग मंदिर में पांच दिवसीय 35 वां श्रीराम चरित मानस सम्मेलन और संत समागम के समापन शनिवार को हुआ। सम्मेलन में 400 से अधिक संत शामिल हुए। सम्मेलन 12 नवंबर से आयोजित किया गया था। समापन के अवसर पर संत समाज की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में सनातन धर्म ध्वजा को थामे साधु-संतों ने मंदिर की परिक्रमा की। परिक्रमा चरण कुंड द्वार से शुरू हुई जो दीनदयाल चौक होते हुए मंदिर के मुख्य द्वार से प्रवेश कर मंदिर प्रांगण में पहुंची। भजन गाते हुए आए साधु-संतों ने भक्तिमय नृत्य किया। मंदिर के महंत नरहरिदास महाराज ने कहा कि वैदिक परंपरा के कीर्ति स्तंभ हमारे मठ मंदिरों की संपत्ति को संरक्षित और सुरक्षित रखने में इन संतों और संत परंपरा का सदियों से अनुकरणीय योगदान है। संतों ने मंदिर के चारों तरफ तैयार हो रहे परिक्रमा मार्ग का अवलोकन किया। ठाकुर जी की पथ प्रदक्षिणा की। मंदिर परिसर में गज मार्ग, रज मार्ग सहित तीन प्रकार के पथ तैयार होंगे। जिनसे होकर भक्त मंदिर परिक्रमा कर वृंदावन की ही अनुभूति करेंगे। कार्यक्रम में महामंडलेश्वर पुरुषोत्तमदास छोटी छावनी अयोध्या धाम, महंत रघुवर दास बरमान, महंत राम गोपाल दास अयोध्या, जगतगुरु मारुति किंकर महाराज काशी विश्वनाथ, महंत लखनदास प्रयागराज, छविराम दास ओखा गुजरात से सम्मेलन में शामिल हुए।