मोतीनगर थाना क्षेत्र के बड़ा करीला में 5 बदमाशों ने एकजुट होकर एक युवक के ऊपर तलवार, कटर, लाठियों से हमला कर दिया। युवक को सिर सहित पूरे शरीर में गंभीर चोट आईं हैं, जिसके कारण पिछले 8 दिन से वह अस्पताल में भर्ती है। घटना 12 नवंबर की है। पुलिस को अस्पताल से मेमो मिला, जिसके बाद अस्पताल में भर्ती घायल युवक के बयान लिए गए, बयानों के आधार पर पुलिस ने बुधवार को की जांच करते हुए आरोपियों के खिलाफ मामला मंगलवार को दर्ज किया है। आरोपी अजय अहिरवार, संजय अहिरवार, नीतेश अहिरवार, धर्मेंद्र अहिरवार, देवू अहिरवार सभी निवासी बड़ा करीला के खिलाफ मामला पंजीबद्ध करते हुए विवेचना में लिया है।
बोले- मोहल्ला छोड़ दो, नहीं तो जान से खत्म कर देंगे
बीएमसी भर्ती घायल बड़ा करीला निवासी 18 वर्षीय सौरभ पुत्र बृजेंद्र अहिरवार के पुलिस को दिए बयानों में बताया कि 12 नवंबर की रात करीब 9 बजे मैं अपने घर पर देवोत्थान एकादशी की पूजा कर रहा था। तभी पड़ोस में रहने वाला अजय अहिरवार आया और गालियां देने लगा। मैंने उसे गालियां देने से मना किया तो बोला कि जब मैंने तुम्हें दुकान पर बुलाया था तो आए क्यों नहीं और अजय ने तलवार से हमला कर दिया। तलवार मेरे सिर पर लगी और खून की धार लग गई। मैं चिल्लाया तो संजय अहिरवार, नीतेश अहिरवार, देवू अहिरवार व धर्मेंद्र अहिरवार लोहे की रॉड, लाठियां लेकर आए और मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच देवू अहिरवार ने कटर निकालकर मारा जो मेरे हाथ में लगा। चिल्लाने की आवाज सुन मेरे पिता बृजेंद्र अहिरवार, चाचा पुष्पेंद्र अहिरवार, गोलू अहिरवार और मेरी बुआ नीतू अहिरवार ने आकर बीच-बचाव किया तो सभी वहां से भाग गए। सौरभ ने बताया कि आरोपी जाते-जाते कह रहे थे कि अब मोहल्ला छोड़ दो नहीं तो अगली बार जान से खत्म कर देंगे।
बोले- मोहल्ला छोड़ दो, नहीं तो जान से खत्म कर देंगे
बीएमसी भर्ती घायल बड़ा करीला निवासी 18 वर्षीय सौरभ पुत्र बृजेंद्र अहिरवार के पुलिस को दिए बयानों में बताया कि 12 नवंबर की रात करीब 9 बजे मैं अपने घर पर देवोत्थान एकादशी की पूजा कर रहा था। तभी पड़ोस में रहने वाला अजय अहिरवार आया और गालियां देने लगा। मैंने उसे गालियां देने से मना किया तो बोला कि जब मैंने तुम्हें दुकान पर बुलाया था तो आए क्यों नहीं और अजय ने तलवार से हमला कर दिया। तलवार मेरे सिर पर लगी और खून की धार लग गई। मैं चिल्लाया तो संजय अहिरवार, नीतेश अहिरवार, देवू अहिरवार व धर्मेंद्र अहिरवार लोहे की रॉड, लाठियां लेकर आए और मेरे साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच देवू अहिरवार ने कटर निकालकर मारा जो मेरे हाथ में लगा। चिल्लाने की आवाज सुन मेरे पिता बृजेंद्र अहिरवार, चाचा पुष्पेंद्र अहिरवार, गोलू अहिरवार और मेरी बुआ नीतू अहिरवार ने आकर बीच-बचाव किया तो सभी वहां से भाग गए। सौरभ ने बताया कि आरोपी जाते-जाते कह रहे थे कि अब मोहल्ला छोड़ दो नहीं तो अगली बार जान से खत्म कर देंगे।