सागर. सुनो साहब हमें धमकाओ मत, आरोपी को पकड़ो और एसपी साहब को यहां बुलाओ, तब ही हम लोग सड़क से उठेंगे। कल रात से हम लोग चिल्ला रहे हैं, लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी, अब सड़क पर बैठ गए तो सब यहां आकर हमें कार्रवाई का आश्वासन देने लगे। अगर कार्रवाई करनी ही थी, तो कल रात से कहां सो रहे थे सब लोग? यह बात चक्काजाम में शामिल महिलाओं ने मौके पर पहुंचे गोपालगंज थाना प्रभारी रविंद्र सिंह सिकरवार से कही। महिलाओं का कहना था कि हमारी बेटी मरी है, इसका दर्द हमें पता है, पुलिस अगर हमारा दर्द समझती तो हमें चक्काजाम करने की जरूरत नहीं पड़ती। चक्काजाम कर रहे लोगों ने पुलिस पर आरोपी से सांठगांठ करने के भी आरोप लगाए।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम करीब छह बजे किशोर न्यायालय के पास रहने वाली एक 17 वर्षीय किशोरी ने घर के कमरे में फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय परिजन काम पर गए थे। बेटी की सुसाइड की खबर लगते ही मां घर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतारा, लेकिन तब तक उसकी सांसे थम चुकी थीं। परिजनों ने सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई करते हुए शव को अस्पताल की मर्चुरी में रखवाया और रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
दो घंटे चला चक्काजाम
परिजन शव लेकर घर पहुंचे और पुलिस पर कार्रवाई न करने के आरोप लगाते हुए किशोर न्यायालय के पास चक्काजाम कर दिया। परिवार की महिलाएं सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक शव रखकर दो घंटे तक सड़क पर बैठी रहीं। पुलिस ने उन्हें हटाने का प्रयास किया, लेकिन वे किसी की बात सुनने तैयार नहीं थीं। इस दौरान पुलिस के साथ तीखी बहस भी हुई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची मकरोनिया सीएसपी नीलम चौधरी ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर लोग सड़क से हटे।
कनेरा निवासी युवक पर आरोप
चक्काजाम कर रहे परिजनों का आरोप है कि मृतका को कनेरा निवासी नीलेश बाल्मिकी नाम का लड़का परेशान करता था। मृतका की छोटी बहन ने पुलिस को बताया कि जिस समय दीदी फंदे पर झूली, तब नीलेश से उसकी वीडियो कॉलिंग चल रही थी, आरोपी उन्हें काफी दिन से प्रताडि़त कर रहा था और इसी प्रताडऩा से तंग आकर उन्होंने जान दे दी।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम करीब छह बजे किशोर न्यायालय के पास रहने वाली एक 17 वर्षीय किशोरी ने घर के कमरे में फंदे पर झूलकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय परिजन काम पर गए थे। बेटी की सुसाइड की खबर लगते ही मां घर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतारा, लेकिन तब तक उसकी सांसे थम चुकी थीं। परिजनों ने सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई करते हुए शव को अस्पताल की मर्चुरी में रखवाया और रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
दो घंटे चला चक्काजाम
परिजन शव लेकर घर पहुंचे और पुलिस पर कार्रवाई न करने के आरोप लगाते हुए किशोर न्यायालय के पास चक्काजाम कर दिया। परिवार की महिलाएं सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक शव रखकर दो घंटे तक सड़क पर बैठी रहीं। पुलिस ने उन्हें हटाने का प्रयास किया, लेकिन वे किसी की बात सुनने तैयार नहीं थीं। इस दौरान पुलिस के साथ तीखी बहस भी हुई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची मकरोनिया सीएसपी नीलम चौधरी ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर लोग सड़क से हटे।
कनेरा निवासी युवक पर आरोप
चक्काजाम कर रहे परिजनों का आरोप है कि मृतका को कनेरा निवासी नीलेश बाल्मिकी नाम का लड़का परेशान करता था। मृतका की छोटी बहन ने पुलिस को बताया कि जिस समय दीदी फंदे पर झूली, तब नीलेश से उसकी वीडियो कॉलिंग चल रही थी, आरोपी उन्हें काफी दिन से प्रताडि़त कर रहा था और इसी प्रताडऩा से तंग आकर उन्होंने जान दे दी।