– आम लोगों की जेब पर पड़ रहा भार सागर. क्षेत्रफल में लगातार बढ़ता शहर, जाम से हांफती सड़कों को अब लोकल ट्रांसपोर्ट के बूस्टर डोज की जरुरत है। शुरुआती कुछ महीनों को छोड़ दिया जाए तो सिटी बस सेवा का संचालन गड़बड़ा गया है। नगर निगम सीमा से 25 किलोमीटर की दूरी पर सिटी बसों का संचालन किया जाना था, लेकिन वर्तमान में निगम सीमा से मात्र 5 किमी दूर ही इनका संचालन संभव हो पाया है। हालत यह है कि 4 में से 3 रूट पर सिटी बसों का संचालन पूरी तरह से बंद हो गया है, सिर्फ रूट नंबर-1 बहेरिया से नए आरटीओ ऑफिस तक ही बसें चल रहीं हैं, जिसमें मात्र 5 से 6 बसें शामिल हैं।
शहर का ऐसे बढ़ रहा दायरा
– सागर शहर के अलावा इससे लगे हुए इलाकों मकरोनिया और कैंट क्षेत्र प्रमुख हैं। कुछ ग्रामीण इलाके भी शहर से बिलकुल जुड़ चुके हैं। बहेरिया से नए आरटीओ ऑफिस तक का रूट लगभग 19 किमी लंबा है। हालांकि नए आरटीओ से राजघाट बांध तक बसों का संचालन बढ़ाया जा सकता है। – बम्होरी से नई गल्ला मंडी तक 16 किमी का शहर का दायरा है। यहां पर गल्ला मंडी के आगे रतौना डेयरी स्टेट या फिर नरयावली तक बसों का संचालन बढ़ाकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधाओं में इजाफा किया सकता है।
– भोपाल रोड पर रतौना के आगे भी शहर का विस्तार हो रहा है। सिविल लाइन से रतौना की दूरी लगभग 20 किमी होगी।
– दमोह रोड पर परसोरिया, रहली रोड पर ढाना तो छतरपुर रोड पर बंडा तक सिटी बसों के संचालन की जरुरत है।
लोगों को ज्यादा पैसे करने पड़ रहे खर्च
बेहतर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था न होने के कारण शहर के लोगों को ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी विद्यार्थियों को हो रही है। सिटी बस में जिस स्थान तक पहुंचने में 10 रुपए लगते हैं, वहां पर ऑटो रिक्शा वाले 30 से 40 रुपए तक वसूल रहे हैं। सुबह-शाम जब बाजारों में ज्यादा भीड़ होती है तो ऑटो रिक्शा वालों की मनमानी और ज्यादा शुरू हो जाती है।
18-19 बसें चल रहीं बंद
एससीटीएसएल (सागर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड) ने चार रूट पर सिटी बसों का संचालन शुरू किया था। इन पर करीब 30 बसों को चलाया जाना था लेकिन ऑपरेटर्स 25 बसें लेकर आए। वर्तमान में 18-19 बसें बंद रखीं हैं। ऑपरेटर्स की दलील है कि उन्हें सवारियां नहीं मिल रहीं हैं।
ये है विवाद
शहरी साईं ट्रैवल्स के मुख्य प्रबंधक हेमंत सेन ने बताया कि परिवहन विभाग के अधिकारी नॉर्मल बसों की तरह टैक्स मांग रहे हैं, जबकि सिटी बसों के लिए पूरे प्रदेश में एक समान व्यवस्था है। इसके साथ ही अब तक निगम क्षेत्र से 25 किमी के दायरे में बसों के संचालन के लिए परमिट जारी नहीं किए गए हैं, जिसके कारण बसों को बंद कर दिया गया है। इन रूट पर बसें बंद
रूट-2- बम्होरी से नई गल्ला मंडी तक
रूट-3- बम्होरी से रतौना तक
रूट-4- कनेरादेव से नई गल्ला मंडी
सभी बसों का संचालन होना चाहिए
सिटी बसों का संचालन तय गाइडलाइन के हिसाब से होना चाहिए। सिटी ट्रांसपोर्ट की सुविधा से लोगों की जेब पर भार कम पड़ेगा। जल्द ही इसका रीव्यू कर संचालन शुरू कराते हैं।
– संदीप जीआर, कलेक्टर