सागर. महान दानवीर डॉ. हरिसिंह गौर को भारत रत्न दिलाने के लिए पत्रिका आह्वान पोस्टकार्ड अभियान लगातार जारी है। केंद्रीय स्कूल क्रं 3 के 400 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भी शुक्रवार को डॉ. हरिसिंह गौर को भारत रत्न दिलाने की मांग को लेकर पोस्टकार्ड लिखे। इस मौके पर प्राचार्य धर्मेंद्र भारद्वाज ने कहा कि बुंदेली माटी के सच्चे सपूत डॉ. हरिसिंह गौर को उनकी दानवीरता के लिए देश का सर्वोच्च सम्मान मिले। उन्होंने कहा कि बच्चों ने सहभागिता कर पोस्टकार्ड लिखने में रूचि दिखाई है। इस मौके पर रामसहाय डांगी, कृष्णकांत पांडे, दीपक कुमार शर्मा, रश्मि राजपूत, संदीप यादव और बृजेश पौराणिक आदि मौजूद रहे।
डीपीएस स्कूल के बच्चों ने लिख पोस्टकार्ड दिल्ली पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों व शिक्षकों ने संस्था प्रांगण में सभा का आयोजन किया। कक्षा छठवीं से बारहवीं तक के करीब 200 विद्यार्थियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत सरकार के नाम पोस्ट कार्ड लिखकर कर डाक से भेजे। प्राचार्य डॉ. रविकांत बाजपेयजुला ने बताया कि दुनिया के श्रेष्ठतम दानों में से एक दान है ज्ञानदान। डॉ. गौर ने अपने जीवन की कमाई सारी पूंजी को दानकर सागर शहर में विश्व विद्यालय का निर्माण करवाया। जिसके चलते हजारों लोग ज्ञान प्राप्त कर जन कल्याण के कार्यों में संलग्न है। विद्यालय के निदेशक इंजी. राहुल सराफ ने स्वयं के द्वारा अर्जित की गई इंजीनियरिंग की शिक्षा को डॉ. गौर का ही आशीर्वाद बताया है। डॉ. गौर को भारत रत्न मिले इसको लेकर इंजी. राहुल सराफ का कहना है, कि शिक्षा के क्षेत्र में सागर की आज जो पहचान है, इसकी मुख्य वजह डॉ. गौर ही हैं।