खुरई रोड स्थित गढ़ौली खुर्द गांव निवासी अनिल अहिरवार ने बताया कि उनके पिता भगोली पिछले 20 सालों से सरकारी जमीन पर मकान बनाकर रह रहे हैं। शासन ने हमें पट्टा भी जारी कर दिया है। घर के बाहर छोटी सी चाय की दुकान चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं, लेकिन अचानक से कुछ लोग पुलिस के साथ पहुंचे और तोडफ़ोड़ करने लगे। वह कह रहे थे कि हम लोग उनकी जमीन पर घर-दुकान बनाए हैं। परिवार ने जब तोडफ़ोड़ का विरोध किया और शिकायत लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने हमारी एक न सुनी। इसके बाद मजबूरन हमें सड़क पर बैठकर चक्काजाम करना पड़ा। अनिल का कहना था कि यहां पूरी बस्ती सरकारी जमीन पर बनी है, लेकिन शासन से सभी के लिए पट्टे मिले हैं, फिर अकेले हमारे घर को क्यों तोड़ा जा रहा है ? लोगों ने एक होटल संचालक पर आरोप लगाए हैं।