सागर

हत्या के बाद शव को जल्द नष्ट करने व दुर्गंध रोकने यूट्यूब पर देखा वीडियो, फिर डाला था नमक

पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी गोलू पटेल व सहयोगी नाबालिग को 3 दिन की रिमांड पर लिया था, जिसमें उसने बताया कि पहले उन्होंने ऋषि की हत्या की, इसके बाद शव को झाडिय़ों के बीच खदान में रखा।

सागरDec 19, 2024 / 11:05 am

Madan Tiwari

पुलिस की पूछताछ में खुलासा, मंगलगिरी की पहाड़ी पर दफन मिला था युवक का शव, रिमांड पूरी होने के बाद जेल भेजा

सागर. मोतीनगर थाना क्षेत्र में 12 दिन पहले हुई ऑटो चालक की हत्या के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्या के मुख्य आरोपी गोलू पटेल व सहयोगी नाबालिग को 3 दिन की रिमांड पर लिया था, जिसमें उसने बताया कि पहले उन्होंने ऋषि की हत्या की, इसके बाद शव को झाडिय़ों के बीच खदान में रखा। आरोपी को डर था कि कहीं शव की दुर्गंध फैलने से किसी को पता न चल जाए, तो उसने यूट्यूब पर शव को जल्द नष्ट करने और दुर्गंध रोकने का तरीका जानने यूट्यूब पर वीडियो देखा। इसके बाद वह बाजार गया और नमक के पैकेट लाकर शव के ऊपर डाल दिया था। पुलिस ने रिमांड पूरी होने के बाद आरोपी गोलू को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है, वहीं नाबालिग को बाल सुधारगृह में दाखिल किया है।

– यह है मामला

काकागंज निवासी ऑटो चालक 21 वर्षीय मृतक ऋषि पुत्र महादेव अहिरवार 7 दिसंबर को गायब हुआ था। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर सीडीआर निकाली और संदेह पर पंतनगर निवासी आरोपी गोलू पटेल को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि मृतक को 30 रुपए दिए थे, जो वह वापस नहीं कर रहा था। वारदात के करीब एक सप्ताह पहले मृतक ने गाली-गलौंच कर रुपए न देने का बोलते हुए कहा कि जो दिखे कर लेना। आरोपी को यह बात लगी और उसका ऑटो बेचकर रुपए निकालने का प्लान था, इसलिए एक 13 साल के नाबालिग के साथ मिलकर हत्या का प्लान बनाया। शराब पार्टी के लिए ऋषि को पहाड़ी पर बुलाया और ध्यान भटकाने मोबाइल पर फिल्म लगा दी। इसी दौरान मौका पाकर आरोपी ने गमछे से गला घोंटकर ऋषि की हत्या की और फिर ऊपर से पत्थर पटक दिए। पुलिस आरोपी की निशानदेही पर 11 दिसंबर को मंगलगिरी की पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थरों के नीचे जमीन में दफन शव बरामद किया था।

– भागने के पहले रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया

आरोपी गोलू पटेल ने जिस 13 साल के नाबालिग के साथ हत्या की वारदात को अंजाम दिया वह उसका चेला है। गोलू ने उसे ऑटो चलाना सिखाया और समय-समय पर खर्चे के लिए रुपए देता रहता था, इसलिए वह अपने गुरु की बात मानकर हत्या करने में उसका सहयोगी मिल गया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वारदात के बाद वह दोनों आराम से घर पहुंचे और सो गए, लेकिन शातिर था, इसलिए वह पुलिस और मृतक ऋषि के परिजनों के मूवमेंट पर नजर रखने लगा। 10 दिसंबर को लगा कि वह पकड़ा जा सकता है तो वह घर पर उज्जैन जाने का बोल निकला, लेकिन पुलिस ने रेलवे स्टेशन से दबोच लिया।

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