प्रश्न:- आप मानते है कि मोदी फैक्टर की जीत है?
जनार्दन: मोदी विचारधारा राष्ट्रीय एकता एवं गौरव, देश प्रेम का प्रातीक है। इस पर लोगों ने भरोसा जताया है। और सबका साथ सबका विकास पर जनता ने जनमत दिया है।
जनार्दन: मोदी विचारधारा राष्ट्रीय एकता एवं गौरव, देश प्रेम का प्रातीक है। इस पर लोगों ने भरोसा जताया है। और सबका साथ सबका विकास पर जनता ने जनमत दिया है।
प्रश्न:-अब आप की क्या प्राथमिकताएं होंगी?
जनार्दन: क्षेत्र में पेयजल का गंभीर संकट है सबसे पहले इस पर काम करना है। साथ ही वर्तमान में सर्मथन मूल्य में गेंहू खरीदी केन्द्र में किसान पिछले तीन-तीन दिनों के भूखा प्यासा बैठा है। सोसायटी के कर्मचारी किसानों से मनमानी पैसा वसूल रहे हैं। इसके लिए वह कल से पार्टी से अनुमति मिली तो 48घंटे का उपवास रखेंगे।
जनार्दन: क्षेत्र में पेयजल का गंभीर संकट है सबसे पहले इस पर काम करना है। साथ ही वर्तमान में सर्मथन मूल्य में गेंहू खरीदी केन्द्र में किसान पिछले तीन-तीन दिनों के भूखा प्यासा बैठा है। सोसायटी के कर्मचारी किसानों से मनमानी पैसा वसूल रहे हैं। इसके लिए वह कल से पार्टी से अनुमति मिली तो 48घंटे का उपवास रखेंगे।
प्रश्न:- लोकसभा में मुद्दे नहीं उठाने का विपक्षी आरोप लगाते रहे हैं?
जनार्दन: लोकसभा में मैने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, अवारा पशुओं एवं जंगली जानवरों से होने वाली फसल नुकसानी का मुद्दा उठाया। इसके साथ ही नीम कोटेड यूरिया और देशी गायों के जैनटिक का मुद्दा उठाया है। आवारा मवेशियों का मुद्दा उठाया। लेकिन प्रचारित करने में जरुर पीछे रहा हूं। यह कमी रही है।
जनार्दन: लोकसभा में मैने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, अवारा पशुओं एवं जंगली जानवरों से होने वाली फसल नुकसानी का मुद्दा उठाया। इसके साथ ही नीम कोटेड यूरिया और देशी गायों के जैनटिक का मुद्दा उठाया है। आवारा मवेशियों का मुद्दा उठाया। लेकिन प्रचारित करने में जरुर पीछे रहा हूं। यह कमी रही है।
प्रश्न:- कोई एक बड़ा काम जिसे आप सबसे पहले करना चाहेंगेे?
जनार्दन: राज्य सरकार द्वारा बीमा कंपनी बनाने के लिए प्रयास करेंगे। रीवा हमेशा शिक्षा के क्षेत्र में हब रहा है इसलिए यहां आइआइटी जैसे संस्थान लाने का कार्य करेंगे।
जनार्दन: राज्य सरकार द्वारा बीमा कंपनी बनाने के लिए प्रयास करेंगे। रीवा हमेशा शिक्षा के क्षेत्र में हब रहा है इसलिए यहां आइआइटी जैसे संस्थान लाने का कार्य करेंगे।
प्रश्न:- अपनी जीत का श्रेय आप किसे देना चाहेंगे?
जनार्दन: कार्यकताओं की मेहनत और मोदी सिर्फ मोदी, मोदी। पांच प्रतिशत राहुल गांधी का भी आभार है। उनके कर्जमाफी के झूठे भाषण से जीत का अंतर और बढ़ गया।
जनार्दन: कार्यकताओं की मेहनत और मोदी सिर्फ मोदी, मोदी। पांच प्रतिशत राहुल गांधी का भी आभार है। उनके कर्जमाफी के झूठे भाषण से जीत का अंतर और बढ़ गया।