छात्रों ने कहा कि कई बार की मांग के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन बीएससी पांचवें सेमेस्टर की उत्तरपुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन का निर्णय नहीं ले रहा है। छात्रों ने कुलपति से कहा कि विवि में छात्रों के प्लेसमेंट की व्यवस्था की जाए। गल्र्स कॉमन रूम को व्यवस्थित किया जाए। महिला छात्रावास में मेस की सुविधा मुहैया कराने के साथ ही अन्य अव्यवस्थाओं को दूर किया जाए। पुस्तकालय में किताबों और प्रयोगशाला में उपकरण की व्यवस्था हो। सभी कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाए।छात्रों ने मांगों से संबंधित ज्ञापन कुलपति को सौंपा। इस दौरान एबीवीपी के संगठन मंत्री महेश कुमार, छात्रसंघ अध्यक्ष दीपाली शुक्ला, वेदवती, पूर्णिमा, मृत्युंजय, सौरभ मिश्रा, रमाशंकर साय, ऋतंभरा पाण्डेय, रोहित, परशुराम, अंशुमान सिंह, हिमांशु, आदित्य प्रताप सिंह सहित अन्य छात्र उपस्थित रहे।
समस्या समाधान सहित अन्य कार्यों को लेकर अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय जाने की योजना बना रहे हैं तो रहने दीजिए। क्योंकि बुधवार को कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे कार्य बहिष्कार के चलते आपको बैैरंग लौटना पड़ सकता है। विश्वविद्यालय कर्मचारियों ने सामूहिक कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है। कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों की माने तो बुधवार को कर्मचारी विश्वविद्यालय तो पहुंचेंगे लेकिन कार्यालय में नहीं जाएंगे। वर्षों से लंबित मांगों को लेकर कर्मचारी विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के गेट पर ही एकत्र होंगे और वहीं पर गेट मीटिंग करेंगे।
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बुद्धसेन पटेल के मुताबिक, कर्मचारी पिछले कई वर्षों से दैनिक वेतनभोगी को नियमित करने, विश्वविद्यालय व विश्वविद्यालय स्कूल के सुरक्षा गार्डों को पेंशन व ग्रेच्युटी दिए जाने सहित कई मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है लेकिन अधिकारी केवल आश्वासन देते आ रहे हैं। सातवां वेतनमान देना विश्वविद्यालय अधिकारियों के अधिकार क्षेत्र में है लेकिन अधिकारी वह मांग भी पूरी नहीं कर रहे हैं। इसलिए कर्मचारियों ने एक दिन का सांकेतिक कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है।
कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि बुधवार को एक दिन का कार्य बहिष्कार सांकेतिक रूप में है। लेकिन बावजूद जल्द ही उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो कर्मचारी अनिश्चतकालीन कार्य बहिष्कार पर जाने का मजबूर होंगे। गौरतलब हैकि कार्य बहिष्कार के बाद कर्मचारी कुलपति को २४ सूत्रीय ज्ञापन सौंपेंगे। जिसमें कर्मचारी महासंघ की मांग भी शामिल हैं।