रीवा

विंध्य के इकलौते मिहिर सेन तरणताल में मछलियां और मेढक, दो साल से बंद है तैराकी

रीवा. विंध्य के इकलौते मिहिर सेन तरणताल के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कोविड काल के दौरान तरणताल को बंद कर दिया गया था और सभी खेल गतिविधियां रोक दी गई थीं। लेकिन अब सबकुछ सामान्य होने के बाद भी तरणताल को नहीं खोला गया है। जिससे तरणताल की हालत अत्यंत दयनीय हो चुकी है। जल्द ही इसकी मरम्मत कराकर शुरू नहीं किया गया तो यह इतिहास बन जाएगा।

रीवाApr 09, 2023 / 09:18 am

Mahesh Singh

Fishes and frogs in Vindhya’s Mihir Sen swimming pool

कोविड महामारी ने संपूर्ण विश्व में खेलों पर अपना असर दिखाया है, जिसके कारण खेल के आयोजनों में कमी आई है। परंतु अब जब स्थिति सामान्य हो रही है ऐसे में सिविल लाइन रीवा में स्थित विंध्य की धरोहरों में शामिल और प्रदेश के प्रमुख तरणताल मिहिर सेन में भी तैराकी की गतिविधियां शुरू होनी चाहिए। लेकिन नगर निगम रीवा द्वारा संचालित यह तरणताल अब जर्जर हालत में पहुंच गया है।
वर्ष 2022 में दो महीने के लिए शुरू किया गया था इसके बाद बंद कर दिया गया है। अगर समय रहते तरणताल की मरम्मत कराकर सौंदर्यीकरण नहीं किया गया तो इसका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। राष्ट्रीय तैराक आशुतोष बताते हैं कि इस तरणताल में बच्चे तैराकी का गुर सीखा करते थे और प्रतिवर्ष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाता था। लेकिन अब इसके लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। यहां तक की जिला तैराकी संघ को भी किसी प्रकार की गतिविधयां संचालित करने के लिए नहीं दिया जा रहा है।
तरणताल में मछलियां और मेढक
तरणताल की साफ-सफाई कराकर खेल गतिविधियां तो शुरू नहीं हुई बल्कि बारिश के कारण यहां पानी भर गया है और इस गंदे पानी में मछलियां और मेडक अठखेलियां कर रहे हैं। बताया गया है कि तरणताल बहुत समय तक खाली पड़ा रहा लेकिन वर्तमान में बारिश का गंदा पानी हुाआ है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर का डायविंग पूल
रीवा के मिहिर सेन तरणताल की डिजाइन उच्च मापदंडों को ध्यान में रखकर की गई थी। यहीं कारण है कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का डायविंग पूल है और यहां से कई राष्ट्रीय तैराक निकले तथा विंध्य का नाम रोशन किया। यहां से राष्ट्रीय तैराक रावेन्द्र सोनी, नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट श्रद्धा द्विवेदी, आशुतोष तिवारी, आष्कृत तिवारी, विकास पाण्डेय आदि विंध्य का नाम रोशन का किया है।
तैराकी का दिया जाता था प्रशिक्षण
शहर के मिहिर सेन तरणताल में प्रतिवर्ष ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर विंध्य क्षेत्र के बालक-बालिकाओं को तैराकी का प्रशिक्षण दिया जाता था। लेकिन अब कोरोना काल से ही सभी गतिविधियाां बंद पड़ी हैं। सीनियर तैराकों ने इसको पुन: शुरू करने के लिए निगर निगम को ज्ञापन दिया और पत्र भी लिखा है, लेकिन इसके बाद भी नगर निगम के अधिकारी तरणताल को शुरू करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। जिससे इस क्षेत्र के बच्चे तैराकी से बंचित हो रहे हैं।
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मिहिर सेन तरणताल की हालत ठीक नहीं है लेकिन उसके कायाकल्प की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आवश्यक कार्य के लिए टेंडर जारी हो गया है। जल्द ही मरम्मत कार्य व सौंदर्यीकरण कराकर तैराकी के लिए खोल दिया जाएगा।
अजय मिश्रा बाबा, महापौर रीवा

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