दरअसल, रीवा शहर के ढेकहा स्थिति देवी मंदिर परिसर में पुलिस द्वारा पिटाई का मामला मध्यप्रदेश के डीजीपी तक पहुंच गया है। बुधवार को पुलिस द्वारा किए गए बर्ताव पर गुरुवार को लोगों ने विरोध किया। रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल ने इस संबंध में आला अधिकारियों से बात की है।
बता दें कि लॉकडाउन के कारण धार्मिक स्थलों में भीड़ पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। लेकिन ढेकहा स्थिति देवी मंदिर में बुधवार रात करीब 50 लोग पहुंच गए और पूजा पाठ करने लगे। जिसकी सूचना पुलिस को मिली और मौके पर भारी पुलिस बल पहुंच गया। पुलिस ने पूजा कर रहे लोगों को वहां से खदेड़ दिया। पूजा पाठ में कई महिलाएं भी शामिल थीं। इस दौरान पुलिस ने मंदिर के पुजारी की पिटाई कर दी।
पुलिस ने बेरहमी से पुजारी को पीटा। पुलिस की पिटाई देख वहां मौजूद लोग मौके से भाग गए। जबकि कुछ महिलाएं पुलिस के बर्ताव को देखकर घरों में छुप गईं। इस मामले में सिविल लाइन थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा का कहना है कि मौके पर पहुंचकर सभी को खदेड़ दिया गया। पुजारी को मंदिर में फिर से भीड़ नहीं एकत्रित करने की हिदायत दी गई है।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
इस घटना के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने कहा- शिवराज जी, रामनवमी के दिन एक अकेले पंडित पर हमला करवाकर आपकी सरकार कौन सा संदेश देना चाहती है? जब सरकार पूजा की थाली, मंदिर का कलश, आरती का दिया और भगवान के फूल पर डंडा चलाने लगे तो समझ लो कि सरकार और शासक का अस्त नज़दीक है। शिवराज जी, ये अहंकार जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। रीवा से कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी ने कहा- शिवराज जी आप इतना भी ताक़त के मद में मत रहिए की ईश्वर के सेवकों के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार करें।
इस घटना के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने कहा- शिवराज जी, रामनवमी के दिन एक अकेले पंडित पर हमला करवाकर आपकी सरकार कौन सा संदेश देना चाहती है? जब सरकार पूजा की थाली, मंदिर का कलश, आरती का दिया और भगवान के फूल पर डंडा चलाने लगे तो समझ लो कि सरकार और शासक का अस्त नज़दीक है। शिवराज जी, ये अहंकार जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। रीवा से कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी ने कहा- शिवराज जी आप इतना भी ताक़त के मद में मत रहिए की ईश्वर के सेवकों के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार करें।