इस अवसर पर उनके सम्मान में संयम स्वर्ण महोत्सव मनाया जा रहा है। देशभर के 256 शहरों में संयम कीर्ति स्तंभ स्थापित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में रीवा में अस्पताल चौराहे पर संयम कीर्ति स्तंभ स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि इसमें करीब छह लाख रुपए का खर्च आया है जो जैन समाज के लोगों के सहयोग से संभव हुआ है। उन्होंने अस्पताल चौराहे पर स्थापित करने के उद्देश्य के बारे में बताया कि जैन समाज संयमित जीवन जीता है। जैन धर्म यही सिखाता है। संतों की वाणी भी यही कहती है। संयम कीर्ति स्तंभ सभी समाज के लोगों को संयम धारण करने और संयमित जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा देगा। खास बात ये है कि संयम कीर्ति स्तंभ राजस्थान के मकराना से मंगाया गया है।
जनवरी में होगा लोकार्पण
संयम कीर्ति स्तंभ का लोकार्पण जनवरी में पूजा-पाठ और शुद्धिकरण कर किया जाएगा। इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। स्तंभ के अलावा चौराहे के ग्राउंड का रंग-रोगन और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। लोकार्पण से पहले कटरा स्थित जैन मंदिर में संतों की मौजूदगी में पूजा-पाठ होगा और स्तंभ शुद्धिकरण किया जाएगा।
संयम कीर्ति स्तंभ का लोकार्पण जनवरी में पूजा-पाठ और शुद्धिकरण कर किया जाएगा। इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। स्तंभ के अलावा चौराहे के ग्राउंड का रंग-रोगन और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। लोकार्पण से पहले कटरा स्थित जैन मंदिर में संतों की मौजूदगी में पूजा-पाठ होगा और स्तंभ शुद्धिकरण किया जाएगा।
इसमें उपदेश हैं उल्लेखित
संयम कीर्ति स्तंभ 21 फीट ऊंचा है। इसमें आचार्य श्री विद्यासागर महाराज द्वारा लिखे ग्रंथो के कुछ अंश लिखे हुए हैं। जैन धर्म के उपदेश उल्लेखित हैं। शिखर पर कलश स्थापित है तो जैन संतों के द्वारा धारण किए जाने वाले पीछी और कमंडल भी अंकित हैं।
संयम कीर्ति स्तंभ 21 फीट ऊंचा है। इसमें आचार्य श्री विद्यासागर महाराज द्वारा लिखे ग्रंथो के कुछ अंश लिखे हुए हैं। जैन धर्म के उपदेश उल्लेखित हैं। शिखर पर कलश स्थापित है तो जैन संतों के द्वारा धारण किए जाने वाले पीछी और कमंडल भी अंकित हैं।