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2015 में भी देर से भरा था
बीते कुछ वर्षों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो इसके पहले वर्ष 2015 में भी इसी तरह की स्थिति बनी थी। हालांकि उस वर्ष सितंबर के महीने में कई दिनों तक बारिश हुई और बांध भर गया था, कई दिनों तक गेट खोले गए थे। 27 अगस्त की स्थिति में वर्ष 2015 में 337.95 मीटर बाणसागर बांध में पानी था और इसी तारीख को वर्ष 2021 में 337.91 मीटर पहुंचा है। मतलब यह कि उससे भी थोड़ा कम है। बांध की भौगोलिक बनावट के अनुसार शुरुआत में जलस्तर तेजी से बढ़ता है लेकिन 337 मीटर के बाद डेंजर जोन 341.64 मीटर तक पहुंचने में अधिक पानी की जरूरत होती है। वर्ष 2010 में 330.46 मीटर पानी था, उस समय बांध शुरुआती दिनों में भरा जा रहा था।
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दो महीने में तीन मीटर ही बढ़ा जलस्तर
बाणसागर बांध के जलस्तर में इस साल हुई बढ़ोत्तरी पर नजर डालें तो करीब दो महीने के अंतराल में तीन मीटर के करीब पानी बढ़ा है। बिहार के लिए कुछ पानी सोन नदी में भी इस बीच छोड़ा गया था। साथ ही किसानों को सिंचाई के साथ ही टोंस जल विद्युत परियोजना को नियमित पानी दिया जा रहा है। बीते एक जुलाई को 333.99 मीटर था, पांच जुलाई को 333.92 मीटर, दस जुलाई को 333.86 मीटर, 15 जुलाई को 333.71 मीटर, 20 जुलाई को 333.40 मीटर, 25 जुलाई को 333.88 मीटर, 30 जुलाई को 334.71 मीटर, पांच अगस्त को 335.89 मीटर, दस अगस्त को 336.24 मीटर, 15 अगस्त को 336.98 मीटर, 20 अगस्त को 337.19 मीटर, 25 अगस्त को 337.81 मीटर, 26 अगस्त को 337.87 मीटर और 27 अगस्त को 337.91 मीटर जलस्तर पहुंचा है।
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बीते एक दशक में ऐसे रहा 29 अगस्त की स्थिति में जलस्तर
वर्ष—- बांध का पानी——— 2021- 337.91 मीटर
2020- 341.07 मीटर
2019- 339.09 मीटर
2018- 338.34 मीटर
2017-338.45 मीटर
2016-341.38 मीटर
2015- 337.95 मीटर
2014-339.85 मीटर
2013- 341.10 मीटर
2012- 341.20 मीटर
2011-340.29 मीटर
2010-330.46 मीटर
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