ऐसा ही मामला एक बार फिर सामने आया है, जब विश्वविद्यालय ने कई कक्षाओं की परीक्षाएं घोषित कर दी और छात्रों को यह पता ही नहीं चला। इतना ही नहीं जिन कालेजों में ये छात्र पढ़ते हैं वहां के प्रबंधन को भी जानकारी नहीं मिली जिसकी वजह से वह छात्रों तक सूचना नहीं दे पाए। सतना जिले से करीब दर्जन भर की संख्या में छात्र विश्वविद्यालय पहुंचे और कुलपति एवं कुलसचिव से मिलने का प्रयास किया। दोनों अधिकारियों के नहीं मिलने की वजह से उप कुलसचिव को ही अपनी व्यथा बताई। शिकायत लेकर रीवा पहुंचे सतना के छात्रों में प्रियंका सोनी, ज्योती गौतम, सुनीता द्विवेदी, सुप्रिया पाण्डेय, उर्मिला सोनी, रमेश पाण्डेय, पवन मिश्रा, रवि पाण्डेय, संदीप मिश्रा आदि ने बताया कि वह एमए के सेकंड सेमेस्टर के छात्र हैं। हाल ही में उन्हें परीक्षा परिणाम जारी होने की जानकारी मिली है, जब तक वह अगली कक्षा के लिए परीक्षा फार्म जमा करने की तैयारी में जुटे थे कि बताया गया कि वह तिथि ही निकल गई। इससे उनके जैसे हजारों छात्रों का भविष्य दांव पर है। पूरा एक वर्ष खराब होगा, वह भी विश्वविद्यालय प्रशासन की मनमानी की वजह से। छात्रों की ओर से मांग उठाई गई है कि परीक्षा आवेदन भरने की तिथि बढ़ाई जाए ताकि वह भी परीक्षा का आवेदन भर सकें।
– एसआइएस लागइन में नहीं मिलता मैसेज
सीधी से भी करीब दो दर्जन से अधिक संख्या में छात्र अलग-अलग समूहों में पहुंचे। इनका भी आरोप था कि शासन के निर्देश पर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने स्टूडेंट इंफार्मेशन सिस्टम(एसआइएस) पर सभी छात्रों की आइडी बनवा रखी है। नियम है कि छात्रों से जुड़ी हर गतिविधि की सूचना इसमें विश्वविद्यालय की ओर से दी जाएगी। इस पर छात्रों को मैसेज नहीं मिल पा रहा है। सीधी के संजयगांधी कालेज से प्राइवेट परीक्षा दे रहे छात्र भूपेन्द्र यादव ने बताया कि परीक्षा फार्म भरने की लिंक बंद कर दी गई है। सीधी से विश्वविद्यालय भेजा गया है। यहां पर कहा जा रहा है कि विलंब शुल्क जमा किया जाए। कोई जानकारी देने के लिए तैयार नहीं हैं। छात्रों के भविष्य के साथ कालेज और विश्वविद्यालय प्रबंधन सब मिलकर खिलवाड़ कर रहे हैं।
– वेबसाइट नियमित नहीं होती अपडेट
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की वेबसाइट भी नियमित रूप से अपडेट नहीं की जाती, जिसकी वजह से छात्रों को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। जबकि कोरोना काल की वजह से अधिकांश विभागों की पूरी गतिविधियां उनकी वेबसाइट पर ही उपलब्ध हो जाती हैं। विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों से जुड़ी जानकारी नहीं मिलने की वजह से आए दिन छात्र इसी तरह विश्वविद्यालय का चक्कर लगाते हैं। प्रबंधन के जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी ैहै।
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अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय की वेबसाइट भी नियमित रूप से अपडेट नहीं की जाती, जिसकी वजह से छात्रों को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। जबकि कोरोना काल की वजह से अधिकांश विभागों की पूरी गतिविधियां उनकी वेबसाइट पर ही उपलब्ध हो जाती हैं। विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों से जुड़ी जानकारी नहीं मिलने की वजह से आए दिन छात्र इसी तरह विश्वविद्यालय का चक्कर लगाते हैं। प्रबंधन के जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी ैहै।
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