ऐसे निकाली रैकिंग
जेईई में एनटीए ने स्कोर को नॉर्मलाइज कर आल इंडिया रैंक जारी की है। ऑल इंडिया रैंक तैयार करते समय पर्सेन्टाइल समान होने पर अधिक आयु को रैंकिंग के लिए आधार बनाया गया। अगर पेपर के लेवल को ध्यान से देखा जाए तो अप्रेल के पेपर जनवरी से ज्यादा मुश्किल रहे, परन्तु नॉर्मेलाइजेशन प्रोसेस के द्वारा परसेंटाइल को एक समान किया गया।
वे छात्र जिन्होंने सुधार के लिए अप्रेल में पेपर दिया और यदि उनका पूरा स्कोर कम भी हुआ तो भी परसेंटाइल हाई रहेगी, क्योंकि कठिनाई के स्तर को नॉर्मेलाइज किया जाएगा। इससे छात्रों को दो पेपर देने का फायदा मिलेगा।