उन्होंने स्कूल के समूचे स्टाफ को बदलने की मांग की। उन्होंने स्कूल स्टाफ पर आरोप लगाया गया कि यहां पर चपरासी से लेकर अध्यापक तक हर कर्मचारी राजनीति करता है और पढ़ाई वाला माहौल नहीं है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल की यह स्थिति तीन साल से है और मंगलवार को उन्होंने उचाना ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर को लिख कर स्टाफ का तबादला करने की मांग की थी।
बाद में डिप्टी डीईओ जगदीश चंद्र ने मौके पर पहुंचकर पांच कर्मचारियों के अस्थाई तबादले की घोषणा की और एक सप्ताह के भीतर अन्य कर्मचारियों का तबादला करने का आश्वासन दिया जिसके बाद ग्रामीणों ने स्कूल का ताला खोला।