अशोकनगर के पंचमुखी हनुमान मंदिर के पुजारी पंडित किशनलाल मिश्र के मुताबिक आठ जनवरी, पांच फरवरी, आठ अक्टूबर और पांच नवंबर को रवि पुष्य योग रहेगा, तो वहीं 25 मई को गुरु पुष्य योग रहेगा, जिन्हें खरीदारी व नए कामों के लिए विशेष शुभ माना जाता है। मार्च व दिसंबर माह में दो-दो पुष्य नक्षत्र का योग है। वहीं इस साल में तीन सोमवती अमावस्या रहेंगी। वहीं साल में तीन ग्रहण पड़ेंगे, लेकिन इनमें से दो भारत में दृष्य नहीं होंगे और सिर्फ 28 अक्टूबर का चंद्रग्रहण ही भारत में दिखेगा।
ये भी पढ़ेंः Paush Purnima 2023: इस साल बन रहे दुर्लभ योग, जान लें पौष पूर्णिमा डेट Shubh Muhurt 2023: पं. मिश्र के मुताबिक हर साल चार या अधिकतम पांच ही श्रावण सोमवार होते हैं, लेकिन इस बार आठ श्रावण सोमवार होंगे। इसका कारण दो श्रावण माह होना है। इससे चार जुलाई से श्रावण माह शुरु होकर 31 अगस्त तक यानी 59 दिन का रहेगा। जिसमें 18 जुलाई से 16 अगस्त तक श्रावण का अधिकमास होगा। वहीं इस बार मार्च माह में ही होली, नवरात्रि व रामनवमी के त्यौहार रहेंगे।
विवाह मुहूर्तः इस साल शुभ विवाह मुहूर्त की संख्या भी कम नहीं है। अंग्रेजी कैलेंडर के पहले महीने से ही विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगे। पहले ही महीने जनवरी में करीब नौ शुभ विवाह मुहूर्त हैं। इस तरह पूरे साल खूब शुभ मुहूर्त हैं, जिससे विवाह आदि की योजनाओं को टालना नहीं पड़ेगा और पिछले साल किसी कारण से रूके शादी विवाह के काम इस साल पूरे हो जाएंगे।