ये भी पढ़ें- देवी सती के 4 रहस्यमयी शक्तिपीठ, जो आज भी है अज्ञात कहा जाता है कि नवरात्रि के दिनों में अगर दिन के हिसाब से माता रानी को भोग लगाया जाए तो सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। तो आइये जानते हैं कि किस दिन माता रानी को क्या भोग लगाना चाहिए…
देवी शैलपुत्री: नवरात्रि के पहले दिन मां के चरणों में गाय का शुद्ध घी अर्पित करने से आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है और शरीर निरोगी रहता है। देवी ब्रह्मचारिणी: नवरात्रि के दूसरे दिन मां को शक्कर का भोग लगाएं और घर में सभी सदस्यों को दें। इससे आयु वृद्धि होती है।
देवी चंद्रघंटा: नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन दूध या दूध से बनी मिठाई या खीर का भोग लगाकर ब्राह्मण को दान करें। इससे दुखों की मुक्ति होकर परम आनंद की प्राप्ति होती है। माता कुष्मांडा: नवरात्रि के चौथे दिन मालपुए का भोग लगाएं और मंदिर के ब्राह्मण को दान दें। जिससे बुद्धि का विकास होने के साथ-साथ निर्णय शक्ति बढ़ती है।
स्कंदमाता: नवरात्रि के पांचवें दिन मां को केले का भोग चढ़ाने से शरीर स्वस्थ रहता है। मां कात्यायनी: नवरात्रि के छठे दिन मां को शहद का भोग लगाएं। जिससे आपके आकर्षण शक्ति में वृद्धि होगी।
माता कालरात्रि: नवरात्रि के सातवें दिन पर मां को गुड़ का भोग चढ़ाने और उसे किसी ब्राह्मण को दान करने से शोक से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा आकस्मिक आने वाले संकटों से रक्षा भी होती है।
महागौरी: नवरात्रि के आठवें दिन माता रानी को नारियल का भोग लगाएं व नारियल का दान कर दें। इससे संतान संबंधी परेशानियों से छुटकारा मिलता है। मां सिद्धिदात्री: नवरात्रि की नवमी के दिन तिल का भोग लगाकर ब्राह्मण को दान दें। इससे मृत्यु भय से राहत मिलेगी। साथ ही अनहोनी होने की घटनाओं से भी बचाव होगा।