एक साथ करें शिव-पार्वती की पूजा जैसा कि हम सभी जानते हैं कि सावन माह शिव जी को विशेष प्रिय है। सावन अमावस्या के दिन भगवान शिव ( Lord Shiva ) के साथ मां पार्वती की पूजा अवश्य करना चाहिए। पूजा करते वक्त ऊँ उमामहेश्वराय नम: मंत्र का जप अवश्य करें। इस दिन माता पार्वती को सुहाग का सामान चढ़ाएं और शिवलिंग पर पंचामृत अर्पित करें।
मंदिर में पौधा लगाएं हरियाली अमावस्या के दिन किसी भी मंदिर में एक पौधा अवश्य लगाएं। माना जाता है कि मंदिर में जैसे-जैसे पौधा बड़ा होगा, वैसे-वैसे सकारात्मक फल मिलता है क्योंकि भगवान शिव को प्रकृति से बहुत प्रेम है। यही कारण है कि हरियाली अमावस्या के दिन मंदिर में पौधा अवश्य लगाना चाहिए।
पितरों की करें पूजा अमावस्या तिथि पर पितरों को याद किया जाता है। इस दिन पितरों के लिए धूप-ध्यान करना चाहिए। मान्यता के अनुसार, परिवार के मृत सदस्यों को पितर देवता कहा जाता है। इस दिन पितरों को पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
मनचाहे वर के लिए कुंवारी कन्याएं करती हैं व्रत हरियाली अमावस्या के दिन मनचाहे वर के लिए कुंवारी कन्याओं को मां पार्वती की पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि इस दिन मां पार्वती की पूजा करने से कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। वहीं विवाहित महिलाओं को भी मां पार्वती की पूजा करनी चाहिए। देवी मां की पूजा करने से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।