सफला एकादशी महात्म्यः आचार्य प्रदीप पाण्डेय के मुताबिक पौष माह की कृष्ण पक्ष की एकादशी को सफला एकादशी का व्रत रखा जाता है। यह व्रत कर भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति को सौभाग्यशाली होता है। उनके मुताबिक जो व्यक्ति श्रद्धा से सफला एकादशी व्रत कर भगवान विष्णु की पूजा करता है, उसे मृत्यु के बाद बैकुंठ की प्राप्ति होती है।
आचार्य प्रदीप ने बताया कि इस साल पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 19 दिसंबर 2022 को पड़ रही है। यह तिथि 19 दिसंबर को सुबह 03 बजकर 32 मिनट पर शुरू होकर 20 दिसंबर 2022 सुबह 02 बजकर 32 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के मद्देनजर इस साल सफला एकादशी का व्रत सोमवार 19 दिसंबर 2022 को रखा जाएगा।
सफला एकादशी व्रत के पारण का समय : पंचांग के अनुसार सफला एकादशी का व्रत रखने वाले लोगों को 20 दिसंबर 2022 को सुबह 08 बजकर 05 मिनट से सुबह 09 बजकर 13 मिनट के बीच पारण कर लेना चाहिए।
कथा के मुताबिक, लेकिन एक दिन ऐसा वक्त आया कि 3 दिन तक उसे भोजन नहीं मिला। इससे भटकता हुआ वह एक साधु की कुटिया तक जा पहुंच गया। उस दिन सफला एकादशी थी। साधु ने उसका आदर किया और भोजन कराया। इसके बाद राजा के लड़के का हृदय परिवर्तन हो गया। वह साधु का शिष्य बन गया और एकादशी व्रत रखने लगा। बाद में साधु अपने असली वेश में सामने आया तो राजा का बेटा चौंक गया। साधु के वेश में उसके पिता ही थे। इसके बाद समझाने पर राजा का बेटा राजकाज संभालने लगा।